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सनातन धर्म संस्था की ओर से शुरू हुआ 5 वां रामलीला महोत्सव, स्कूली बच्चों का अभिनय देख मोहित हुये दर्शक

सनातन धर्म संस्था की ओर से शुरू हुआ 5 वां रामलीला महोत्सव, स्कूली बच्चों का अभिनय देख मोहित हुये दर्शक


बस्ती, 03 Nov. 2024.
 सनातन धर्म संस्था-बस्ती के द्वारा आयोजित श्री रामलीला महोत्सव का रविवार को बस्ती क्लब परिसर में भव्य शुभारंभ हुआ। अतिथियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। बस्ती जनपद के विद्वान आचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रो का सुन्दर पाठ किया गया। आयोजन स्थल पर रामधुन की गूंज हुई। प्रथम दिन नारद मोह, विश्वमोहिनी संवाद, पृथ्वी की पुकार के बाद श्रीराम जन्म तक का सजीव मंचन हुआ। 



बालिका विद्या मंदिर, रामबाग के बच्चों ने सबसे पहले नारद मोह, पृथ्वी की पुकार प्रसंग की अद्भुत लीला प्रस्तुत की। राजा महाराजा, देवी देवताओं के वेशभूषा में सजे- धजे बच्चे जब अपनी अपनी भूमिका के साथ मंजे हुये कलाकारों की तरह प्रस्तुत हुए तो पंडाल तालियों से गूंज उठा। नारद जी, देवराज इंद्र के संवाद शैली और उनके अभिनय को हर किसी ने सराहा। विश्वमोहिनी स्वयंवर मनोरंजन और ज्ञान से भरा दिखाई दिया। कथा व्यास राजा बाबू पाण्डेय ने कहा कि ’अतिसय देख धरम कै हानि, परम सभीत धरा अकुलानी, उन्होंने जब चौपाई दी तब आगे दृश्य में लूट, चोरी, जुआ, हत्या आदि के कुप्रभाव का मंचन किया गया।


दिखाया गया कि रावण व दुष्टों का अत्याचार जब अधिक बढ़ गया तब पृथ्वीमाता, गो रूप धारण करके देवताओं के साथ देव लोक पहुंचकर श्री नारायण के अवतार के लिए करुण स्वर में निवेदन करती हैं। पृथ्वी की करुण मनुहार को सुनकर आकाशवाणी हुई और दर्शक गण भगवान का जय घोष करने लगे। इसके बाद ब्लूमिंग बड्स हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों से प्रभु श्रीराम के जन्म से लेकर, नामकरण, विद्यारम्भ संस्कार तक की लीला का सजीव मंचन किया। बच्चों की प्रस्तुति पर बीच-बीच में जय श्रीराम के गगनभेदी उद्घोष होते रहे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रसून शुक्ला जी ने कहा कि प्रभु श्रीराम के जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री रामलीला मंचन घर-घर में मनुष्यता की स्थापना करेगा। 


इस कार्यक्रम से विभिन्न स्कूलों के बच्चों को जोड़कर सनातन धर्म संस्था-बस्ती द्वारा आदर्श समाज की स्थापना की नींव तैयार की जा रही है। शुभारंभ के अवसर पर बस्ती के आचार्य डॉ. अम्बरीश व्याकरणाचार्य, वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्रसून शुक्ल, डॉ अश्विनी कुमार सिंह, डॉ आशीष नारायण त्रिपाठी, योगेश शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, डा. राजेश मिश्र, रामविलास शर्मा, रमेश सिंह, रामदत्त जोशी, विनय आर्य, सूर्य नारायण उपाध्याय भावुक, जगदेव शर्मा व अन्य अतिथियों एवं वैदिक आचार्य ने दीप प्रज्वलन किया। प्रसून शुक्ला ने आचार्यों को तिलक लगाया। आयोजन समिति की ओर से कर्नल के. सी. मिश्र, अतुल चित्रगुप्त, श्याम जी, अनुराग शुक्ल, सुशील मिश्र, सहदेव दूबे, हरीश त्रिपाठी, मनीष सिंह, राहुल त्रिपाठी, चन्दन सिंह देखरेख में लगे रहे। शुभराम्भ सत्र का संचालन अखिलेश दुबे व पंकज त्रिपाठी ने किया।  आभार ज्ञापन समिति के कैलाशनाथ दुबे ने किया। 

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