मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने डुमरियागंज में किया गुरू गोरक्षनाथ ज्ञान स्थली का उद्घाटन
सिद्धार्थ नगर 04 अप्रैल (अवधेश मिश्र)। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने तहसील डुमरियागंज के भारतभारी पहुॅचे। उन्होने गुरू गोरक्षनाथ ज्ञान स्थली, वृन्दावन, नगर पंचायत भारतभारी के शिलापट का अनावरण किया। इसके पश्चात गुरू गोरक्षनाथ ज्ञान स्थली, वृन्दावन, नगर पंचायत भारतभारी भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। सीएम ने तथा गुरू गोरक्षनाथ की मूर्ति का अनावरण भी। नगर पंचायत भारतभारी के बच्चों ने मॉ सरस्वती बन्दना की प्रस्तुति की। पूर्व विधायक डुमरियागंज राघवेन्द्र प्रताप सिंह एवं विद्यालय परिवार ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेट कर उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुनिया को करूणा और अंहिसा का सन्देश देने वाले राजकुमार सिद्धार्थ के नाम पर इस जनपद का नाम सिद्धार्थनगर पड़ा। मै इस धरती को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूॅ। आज वासन्तीय नवरात्रि की सप्तमी तिथि है। आज मॉ काली की आराधना होती है। आज इस ज्ञान स्थली का लोकार्पण हो रहा है। इसके लिए मै सभी लोगो को बधाई और शुभकामनाएं देता हूॅ। भारत की परम्परा में शिक्षा के लिए चारो तरफ से रास्ता खुला छोड़े। ज्ञान ही जीवन में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है।
जीवन के आलौकिक होने का स्वागत करना चाहिए। जीवन में किसी को ज्ञानवान बनाने से अच्छा कुछ नही है। कई वर्षो बाद मुझे यहां आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 2008 से पहले यहां बहुत चुनौतियां थी। चारो तरफ असुरक्षा का वातावरण था। शिक्षा के लिए जितना भी किया जाये कम है। शिक्षा पर किया जाने वाला व्यय व्यर्थ नही होता है। पिछले 10 वर्षो में आप लोगो ने भारत को बदलते देखा है। आज नया भारत है। एक भारत है श्रेष्ठ भारत है। आज भारत किसी का पिछलग्गू नही है। विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में व्यापक परिवर्तन देखने को मिला है।
विरासत और पहचान के रूप में देश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे है। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर का भव्य निर्माण हो रहा है। प्रयागराज में 66 करोड़ लोगो ने कुम्भ में स्नान किया है। यह भारत की सामर्थ्य को प्रस्तुत करते है। अपने सौहार्द की ताकत का एहसास कराते है। भारत की संस्कृति में किसी पर बल पूर्वक अधिकार करना नही है। श्री राम ने रावण का बध कर वहां विभीषण का राज्याभिषेक किया। बालि का बध कर सुग्रीव का राज्याभिषेक किया। किसी भी कालखण्ड में तलवार के बल पर किसी पर शासन नही किया है। राजकुमार सिद्धार्थ ने बचपन का समय इसी धरती पर व्यतीत किया।
ज्ञान प्राप्त होने के बाद कुछ समय लुम्बिनी में रहे। बौद्ध धर्म को मानने वाले दुनिया के बहुत से बड़े-बड़े देश है। बुद्ध ने तलवार के बल पर नही अपितु अपनी शिक्षा के बल पर उन्हें अनुयायी बनाया। आज अभ्युदय योजना के अन्तर्गत निशुःल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। अटल आवासीय विद्यालय की शुरूआत की गई है। प्रदेश में 17 अटल आवासीय विद्यालयों का उइद्घाटन किया गया है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों को भी अपग्रेड किया गया है। गुरू गोरक्षनाथ ज्ञान स्थली, वृन्दावन, नगर पंचायत भारतभारी में भी 150 छात्र, छात्राओं द्वारा नये सत्र के लिए पंजीकरण कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने सभी को रामनवमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मै इस उद्घाटन समारोह में उपस्थित हूॅ। पूर्व विधायक डुमरियागंज राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरे अनुरोध को स्वीकार कर समय दिया। मै सभी की तरफ से आभार प्रकट करता हूॅ। 1994 से मै आपके सानिध्य में ही सब सीखा है। मुख्यमंत्री जी आप इस विद्यालय के मुख्य संरक्षक होना स्वीकार करे। राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि यहां पर जो भी विद्यालय थे अपनी संस्कृति के नही थे।
इस अवसर पर विधायक बांसी जय प्रताप सिंह, विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, विधायक शोहरतगढ़ विनय वर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती शीतल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा कन्हैया पासवान, के अतिरिक्त पूर्व विधायक इटवा डा0 सतीश द्विवेदी, जिला प्रभारी हरिचरण कुशवाहा, अपर पुलिस महा निदेशक गोरखपुर जोन गोरखपुर डा0 के0एस0 प्रता0 कुमार, आयुक्त बस्ती मण्डल बस्ती श्री अखिलेश कुमार सिंह, आई.जी. दिनेश कुमार पी, जिलाधिकारी डॉ0 राजा गणपति आर0, पुलिस अधीक्षक डॉ0 अभिषेक महाजन अपर जिलाधिकारी गौरव श्रीवास्तव, समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी, तथा अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक तथा जनपद स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी, दूर-दराज से आयी जनता तथा स्कूली बच्चों आदि की उपस्थिति रही।
Post a Comment
0 Comments