शिक्षा मित्रों की बैठक में बनी संघर्ष की रणनीति
शिक्षा मित्र अपने-अपने साधनों से लखनऊ पहुंचेंगे और तब तक डटे रहेंगे जब तक कि सरकार समुचित निर्णय नहीं ले लेती। बैठक को सम्बोधित करते हुये एसोसिएशन जिलाध्यक्ष राम पराग चौधरी ने कहा कि शिक्षा मित्रों के समक्ष करो या मरो की स्थिति है। अभी चूके तो जीवन बरबाद हो जायेगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं बनकटी ब्लाक अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि एक लाख अड़तालीस हजार शिक्षा मित्र 23 वर्षों से निरंतर निष्ठा पूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे है। 25 जुलाई 2017 के सुप्रीम कोर्ट निर्णय के उपरान्त शिक्षा मित्रों के समक्ष उनकी परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
इन्हीं परिस्थितियों के चलते लगभग आठ हजार शिक्षा मित्रों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। 8 वर्षों से शिक्षा मित्र निरंतर मूल भूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे है। समस्याओं के समाधान के लिये एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। जिला कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य रूप से अनिल कुमार द्विवेदी, विजय बहादुर यादव, अविनाश कुमार मिश्र, बाल गोपाल शुक्ल, ईश्वरदेव शुक्ल, सन्तोष कुमार शुक्ल, सुशीला वर्मा, अर्चना यादव, राजकुमार गौतम, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, भरतजी शुक्ल, पंचानन पाल, तुलसीराम वर्मा, राजीव कुमार पासवान, उमेश कमार तिवारी, फूलचन्द, अजीत कुमार चौधरी के साथ ही अनेक शिक्षा मित्र एवं एसोसिएशन पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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