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एमिटी विश्वविद्यालय के इनबुश विश्व सम्मेलन में पहुंचे देश विदेश के विद्वान

एमिटी विश्वविद्यालय के इनबुश विश्व सम्मेलन में पहुंचे देश विदेश के विद्वान
गौतम बुद्धनगर (ओ पी श्रीवास्तव)।
आज के युवा छात्रों, भविष्य के उद्यमियों, व्यापार जगत के दिग्गजों, अकादमिकों आदि को एक मंच पर लाकर व्यापार व अनुसंधान के महत्व पर चर्चा करने हेतु एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल द्वारा ‘‘प्रेरणा, विचार, नवाचार, कार्यान्वयन, सुधार और प्रभाव यात्रा को आगे बढ़ाना’’ विषय पर त्रिदिवसीय 25 वें अंर्तराष्ट्रीय बिजनेस क्षितिज ‘‘इनबुश विश्व सम्मेलन 2025’’का बुधवार को आयोजन किया गया।


सम्मेलन का शुभारंभ ब्रिटिश कांउसिल ऑफ इंडिया की निदेशक एलिसन बैरेट एमबीई, एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा अतुल चौहान, पूर्व सांसद एंव पूर्व मंत्री अश्विनी कुमार चौबे गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, टाइम्स हाईअर एजुकेशन के चीफ ग्लोबल अफेयर ऑफीसर प्रो फिल बैटी, योर्क विश्वविद्यालय की प्रो वाइस चांसलर (उद्यम और साझेदारी ) प्रो किरन, फ्रांस दूतावास के फ्रेंच इंस्टीटयूट इन इंडिया के डा0 निकोलस घेरार्डी, एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर अकादमिक एवं व्यापार क्षेत्र में अतुलनिय योगदान के लिए विभिन्न उद्यमियों और अकादिमों को एमिटी एक्सलेंस अवार्ड से सम्मानित भी किया गया।

      

इस अवसर पर सम्मेलन के अंर्तगत मानसिक स्वास्थ्य पर एक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमे एमिटी विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ अनिता राज द्वारा बनाई गये 53 चित्रों का प्रदर्शन किया गया। इस कला प्रदर्शनी का शुभांरंभ गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा किया गया। ब्रिटिश कांउसिल ऑफ इंडिया की निदेशक एलिसन बैरेट एमबीई ने संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत 2047 मिशन के अंर्तगत भारत 63 मिलियन रोजगार प्रदाता बनेगा। रोजगार के नये अवसर उत्पन्न होगें और युवा का भविष्य उज्जवल दिख रहा है। एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा अतुल चौहान ने कहा कि एमिटी में हम छात्रों को वैश्विक नागरिक बनाने के लिए तैयार करते है। 


पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय के इनबुश विश्व सम्मेलन 2025 के महांकुभ मे देश विदेश के अकादमिक और विद्वान एकसाथ मिलकर विचार कर रहे है जो विश्व में देश के ज्ञान विज्ञान के प्रसार का माध्यम बनेगा। जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि इस सम्मेलन में विश्व भर के अकादमिकों ने शिरकत की है और यह हमें कुछ नया सीखने का अवसर प्रदान कर रहा है। एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने स्वागत करते हुए कहा कि हम यहाँ भविष्य बनाने के लिए आए हैं। सम्मेलन का विषय जो हमारे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है, जो प्रौद्योगिकी संचालित समाजों में व्यवसाय के प्रबंधन के लिए वांछित परिवर्तनों और रणनीतियों के बारे में है। 


इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा अतुल चौहान और एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह द्वारा पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को एमिटी लीडरशिप एक्सलेंस अवार्ड से, ब्रिटिश कांउसिल ऑफ इंडिया की निदेशक एलिसन बैरेट एमबीई, टाइम्स हाईअर एजुकेशन के चीफ ग्लोबल अफेयर ऑफीसर प्रो फिल बैटी, योर्क विश्वविद्यालय की प्रो वाइस चांसलर (उद्यम और साझेदारी ) प्रो किरन, फ्रांस दूतावास के फ्रेंच इंस्टीटयूट इन इंडिया के डा निकोलस घेरार्डी और द केस सेंटर यूके की सीईओ को एमिटी ग्लोबल एकेडमिक एक्सलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। सम्मेलन के प्रथम दिन यूके सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें परिचर्चा सत्र में यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट ऑफ स्कॉटलैड के वाइस चांसलर प्रो जेम्स मिलर, यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिहमिघम के प्रो वाइस चांसलर प्रो रॉबीन मसोन, एआईयू के रिजनल निदेशक श्री आदित्य मलकानी आदि ने अपने विचार रखे।

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