विवेकानंद मिश्र एक बार फिर भाजपा अध्यक्ष बने, 58 दावेदारों में छायी मायूसी Vivekanand Mishra once again became the BJP president, disappointment prevailed among the 58 contenders
बस्ती, 17 मार्च। 58 कद्दावर नेताओं को पछाड़ कर विवेकानंद मिश्र एक बार फिर भाजपा अध्यक्ष बने हैं। नेतृत्व ने उन पर दोबारा भरोसा जताया है। इसी के साथ पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी ने भी संगठन में एक बार फिर अपनी ताकत का अहसास कराया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो विवेकांनद मिश्र बहुत कम लोगों की पसंद हैं। लेकिन 58 लोगों की सूची में हरीश द्विवेदी की पहली पसंद हैं।
हरीश द्विवेदी के चुनाव हारने के बाद लोग यह समझने लगे थे कि पार्टी में उनकी पोजीशन कमजोर हुई है लेकिन वे जनता के बीच चुनाव जरूर हार गये हैं, पार्टी में उनकी पकड़ पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई है। इतना ही नही अब तो उनके प्रदेश अध्यक्ष होने के भी कयास लगाये जा रहे हैं। चुनाव अधिकारी शंकर लाल लोधी, पर्यवेक्षक सुरेंद्र नारायण ओढ़े ने भाजपा कार्यालय पर करीब सवा दो बजे सूची मोबाइल पर आने बाद विवेकानंद मिश्र के नाम की घोषणा की तो लोग खुशी से उछल पड़े। वहीं तमाम लोगों के चेहरे पर मायूसी छा गई। सुबह से ही पुराना डाकखाना स्थित भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई थी। अंदरूनी कलह की भनक लगने पर पुलिस प्रशासन ने भी काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया था। नाम का ऐलान होने के बाद खुशी जाहिर करने का दौर चल पड़ा।