आपके बच्चों के लिये बेहतर स्कूल हो सकता है देलही पब्लिक सीनियर स्कूल
बस्ती, 26 अप्रैल। शहर के पचपेड़िया रोड पर स्थित देलही पब्लिक सीनियर स्कूल (डी.पी.एस.एस.) बहुत कम समय में जनपद के नामचीन स्कूलों में अपनी अच्छी खासी पहचान बना चुका है। शहरी शोरगुल दूर, शानदार भवन में संचालित स्कूल की कमान अमरमणि पाण्डेय के हाथों में है जो स्कूल का प्रबंधक होने के साथ ही व्यापारिक संगठन में भी पदाधिकारी भी हैं। परीक्षा, मार्निंग असेम्बली, एडमिशन, शिखणेत्तर क्रिया कलापों, अनुशासन, लायब्रेरी, काया्रलय, लैब की जिम्मेदारी के लिये अलग अलग स्टाफ हैं जिन्हे जिम्मेदारियां दी गई हैं लेकिन वे खुद ही सभी प्रकार की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।
डीपीएस की स्थापना
प्रबंधक अमरमणि पाण्डेय ने जानकारी देते हुये बताया कि वर्ष में 2018 में डीपीएस की शुरूआत एक शानदार भवन में हुई जिसमे छात्र छात्राओं के लिये हर प्रकार की जरूरी सुविधायें उपलब्ध हैं। स्कूल स्थापना से लेकर आज तक निरन्तर प्रगति पर है। छात्र संख्या की बात हो, चाहे समर्पित स्टाफ की या छात्र छात्राओं के अनुशासन की, हमेशा नवीन सत्र नया कीर्तिमान लेकर आता है। अमरमणि पाण्डेय कहते हैं यही उपलब्धियां उन्हे हमेशा अच्छा और कुछ खास करने को प्रकरित करती हैं।
कक्षाओं का संचालन
वर्तमान में स्कूल में प्री स्कूल से लेकर आठवीं तक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। 300 से ज्यादा छात्र छात्राओं को नियंत्रित करने व उन्हे निपुण बनाने के लिये कुल 23 अध्यापक अध्यापिकाओं का समर्पित स्टाफ है। स्कूल के पास कुल 21 कमरे हैं जिनमे कक्षायें, कार्यालय संचालित हो रहे हैं।
स्कूल बिल्डिंग
स्कूल बिल्डिंग बेहद आकर्षक है। इसमे कुल 21 कमरे हैं, सभी हवादार हैं, और विद्युत व्यवस्था से लैस हैं। बच्चों के बैठने की समुचित व्यवस्था है। प्रत्येक कक्षा में संख्या निर्धारित की गई जिससे बच्चों की उचित देखभाल हो और अध्यापक को सभी के बारे में पूरी जानकारी हो। स्कूल बिल्डिंग में व्यवस्थित लायब्रेरी, लैब, शुद्ध पेयजल, बेसिन, सुरक्षा प्रशिक्षण, आकर्षक गार्डन, टॉयलेट, यूरिनल, आपातकालीन निकास, फायर अलर्मा, सीसीटीवी कैमरे, कम्प्यूटर कक्ष, आफिस, स्टाफ रूम, साइकिल स्टैन्ड तथा प्रिंसिपल रूम है।
सुरक्षा व्यवस्था
स्कूल गेट व्यवस्थित व मजबूत है, जहां सुरक्षा गार्ड हर वक्त मौजूद रहता है। बगैर आईडी के किसी की एन्ट्री नही होती और न ही कोई अपरिचित बच्चों से मिल सकता है या उन्हे स्कूल से ले सकता है।
सतत मूल्यांकन
विभिन्न प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं के माध्यम से बच्चों ने कितना सीखा इसका सतत मूल्यांकन किया जाता है। गरीब बच्चों के ट्यूशन फीस में छूट, पुस्तकें, पाठ्य सामग्री देकर उनकी मदद की जाती है। जिस क्षेत्र में छात्र कमजोर पाया जाता है, उस पर ज्यादा ध्यान देने का टीचर्स को निर्देश दिया गया है। नृत्य, संगीत, नाटक, संवाद, रगोली कार्यक्रमों तथा विभिन्न उत्सवों के माध्यम से शिक्षा का रूचिकर बनाने का प्रयास किया जाता है जिससे बच्चे पढ़ाई को बोझ न समझकर मनोरंजन समझें और सहजता से उनमे सीखने का हुनर आ जाये।
प्रबंधक की अपील
डीपीएसएस के प्रबंधक अमरमणि पाण्डेय ने अभिभावकों से अपील किया है कि वे प्री स्कूल से 8 वीं कक्षा तक के अपने बच्चों का प्रवेश यहां करायें। स्कूल के अच्छे स्टाफ, खुद के हाथों मैनेजमेन्ट और अभिभावकों के सहयोग से विद्यालय को हमेशा अग्रणी रखने की कोशिश जारी रहेगी। बच्चों के प्रवेश या किसी अन्य जानकारी के लिये प्रबंधक के मो.न. 82996 25113 पर संपर्क किया जा सकता है।
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