आरोपी के मोबाइल से अश्लील वीडियो और बच्चियों की आपत्तिजनक तस्वीरें भी मिली हैं। पुलिस अधीक्षक (एसपी) राम नयन सिंह ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 25 जून से सुजौली थाना अंतर्गत आने वाले गांवों से पुलिस को सूचनाएं मिल रही थीं कि पांच से सात साल की बच्चियों को कोई रात में सोते समय घरों से उठा ले जाता है और शाम होते होते बच्चियां बरामद हो जाती थीं। सुजौली थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की अपहरण व बलात्कार की धारा और पोक्सो कानून के तहत चार मामले दर्ज किए गए थे।
सिंह ने बताया, “घटनाओं की जानकारी मिलने पर पीड़ित बच्चियों से पूछताछ की गयी तो मालूम हुआ कि आरोपी करीब 25 से 30 वर्ष का एक युवक है जिसने हाथ में टैटू बनवा रखा है। उसके सिर पर बाल कम हैं और वह शराब पीता है। उसके पास दो मोबाइल फोन हैं जिनसे वह बच्चियों को अश्लील वीडियो दिखाता है। बच्चियों के साथ गलत हरकत के बाद वह उन्हें टॉफी खिलाता था तथा नये कपड़े खरीदकर देता था। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी और क्षेत्राधिकारी (सीओ) हर्षिता तिवारी ने क्षेत्र में कैंप लगाकर घटना की छानबीन शुरू की।
क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, अपराध शाखा की सर्विलांस टीम ने घटनास्थलों के बीटीएस टावर की जद में आने वाले मोबाइल नंबरों का गहन विश्लेषण कर कई व्यक्तियों से पूछताछ की। क्षेत्र में मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। एसपी ने कहा कि रविवार को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि 32 वर्षीय अविनाश पाण्डेय उर्फ सिंपल संदिग्ध लग रहा है और इस आधार पर पुलिस ने बीती रात उसे सुजौली थानांतर्गत ग्राम बाजपुर बनकटी से हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसके मोबाइल की जांच की गई तो उसमें उपरोक्त पीड़िताओं के आपत्तिजनक फोटो और अश्लील वीडियो मिले। आरोपी नशे की प्रवृत्ति का है। उसने कबूल किया कि उसने बच्चियों को उनके घर से अगवा किया और उन्हें जंगल में ले जाकर उनके साथ घिनौनी हरकत की।
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