टेंपो, ई-रिक्शा चालकों का वेरीफिकेशन का चलेगा अभियान
यूपी डेस्कः राजधानी लखनऊ में आटो चालक द्वारा युवती के अपहरण, रेप और हत्या की घटना कारित किये जाने के बाद मुख्यमंत्री के कड़े तेवर को देखते हुये थ्री ह्वीलर्स पर शासन ने सख्ती का फरमान जारी किया है। इसके तहत अनधिकृत ई-रिक्शा व ऑटो के खिलाफ मंगलवार से राज्य व्यापी अभियान चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों हुई बैठक में अफसरों को संदेश दिया था कि सुरक्षा व कानून व्यवस्था सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही या खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगी। इस आदेश के बाद परिवहन आयुक्त ने समस्त पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान को पत्र लिखा था। यह अभियान पूरे प्रदेश में मंगलवार से शुरू होगा। सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंतित मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसी भी गाड़ी की स्टेयरिंग नाबालिगों के हाथों में न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। टेंपो, ई-रिक्शा चालकों का वेरीफिकेशन कराया जाए।
जनपदों में गठित टास्क फोर्स में परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाए। इन सभी निर्देशों के पालन और उचित क्रियान्वयन के लिए यह विशेष अभियान मंगलवार से प्रारंभ किया जा रहा है। इसके लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। मुख्यालय में अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन संजय सिंह को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे प्रतिदिन मुख्यालय से जनपदों की मॉनिटरिंग करेंगे। इस अभियान में मुख्यालय के साथ जनपद स्तर के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय की गई है। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने कहा कि अभियान पहली अप्रैल (मंगलवार) से प्रारंभ होकर 30 अप्रैल तक चलेगा। मुख्यालय स्तर से इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग होगी। हर शुक्रवार को शासन को इसकी रिपोर्ट भी प्रेषित की जाएगी।