उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी पर है हजारों अभिभावकों का भरोसा, गुणवत्ता व अनुशासन में न.01
बस्ती, 08 मई। शहर के मध्य रोडवेज के निकट स्थित उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी अपना रजत जयंती मना रहा है। इसकी स्थापना साल 2000 में हुई। डायरेक्टर विनय कुमार शुक्ल की युवा सोच और नित नवाचारों से स्कूल निंरतर प्रगति कर रहा है। यह शहर के प्राइम लोकेशन में स्थित है। बच्चों की संख्या, शैक्षिक गुणवत्ता, अनुशासन, शिक्षेणत्तर क्रिया कलापों, सुरक्षा मानकों आदि की बात करें तो यह विद्यालय जनपद के गिने चुने विद्यालयों में आता है। विद्यालय का आकर्षक भवन, मनमोहक बागवानी और हर बच्चे की उचित देखभाल से अलग पहचान मिला है। विद्यालय में उपलब्ध सुविधायें प्रत्येक सत्र में बढ़ते हुये क्रम में दिखाई देती हैं। डायरेक्टर विनय कुमार शुक्ल ने मीडिया दस्तक को एक मुलाकात में उन्होने विद्यालय के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
25 साल पहले हुई स्थापना
डायरेक्टर विनय कुमार ने बताया कि उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी की स्थापना साल 2000 में अत्यन्त लघु रूप में हुई। अभिभावकों का भरोसा, छात्र छात्राओं के परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन व निष्ठावान स्टाफ के दम पर आज विद्यालय अभिभावकों की पहली पसंद बन गया है। यहां तीन हजार से ज्यादा छात्र छात्रायें हैं, इन्हे 110 स्टाफ किताबी ज्ञान से लेकर व्यवहारिक अनुभवों से निपु बना रहे हैं। सभी के मिलेजुले प्रयासों से विद्यालय के अनुशासन की हर कोई सराहना करता है।
उपलब्ध सुविधायें
विद्यालय में कुल 32 कमरे हैं। इनमे प्लेवे से लेकर इण्टरमीडिएट तक की कक्षायें संचालित होती हैं। सभी कमरे हवादार हैं, बिजली, शुद्ध पेयजल, पर्याप्त शौचालय, यूरिनल, मजबूत गेट और बाउण्ड्रीवाल, आकर्षक बागवानी, सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी कैमरे, बालक बालिकाओं की अलग अलग वाहन पार्किंग, प्रत्येक फ्लोर पर टायलेट, यूरिनल, वाटरकूलर, बच्चों को लाने ले जाने के लिये पर्याप्त संख्या में वाहन, लायब्रेरी, 3 सांइस लैब, 2 सुसज्जित कम्प्यूटर लैब विद्यालय को खास बना रहे हैं।
शिक्षणेत्तर क्रिया कलाप
रंगोली, सामान्यज्ञान, वाद विवाद, भाषण व सास्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर सहभागिता करने के साथ साथ विद्यालय की छात्र छात्रायें बस्ती महोत्सव, रामलीला महोत्सव जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती हैं। इससे उनके भीतर भारतीय सभ्यता, व्यवहारिक ज्ञान, निर्णय लेने की क्षमता और परिस्थितियों से तालमेल बैठाने का हुनर किवसित हो रहा है। मौजूदा परिवेश को देखते हुये विद्यालय में छात्रा छात्राओं को ताइक्वांडों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वे विषम परिस्थितियों में खुद अपनी रक्षा कर सकें।
बोर्ड परीक्षाफल पर एक नजर
यूपी बोर्ड की हाइ्रस्कूल व इण्टरमीडिएट परीक्षा में छात्र छात्राओं का प्रयास सराहनीय रहा। कई छात्र छात्राओं को 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त हुये। डायरेक्टर विनय कुमार शुक्ल ने बताया कि यहां से पढ़कर निकले तमाम छात्र प्रशासनिक सेवाओं में जाने के साथ साथ इंजीनियर, डाक्टर, सहायक बनकर देश की सेवा कर रहे हैं। हाईस्कूल में प्रीती (92 प्रतिशत), शिवांगी को 92, शिवानी चौधरी को 91.7, शुभम 91.6, सीमा चौधरी को 91, कृतिका 90, श्रद्धा को 90, अंकिता कसौधन को 90, आर्यन को 90, मो. अरशद को 90, चांदनी चौधरी को 90, रवि कुमार को 89.8, आकृति सिंह को 89.7, सत्यम को 89.5 और इंटर में सुमित चौरसिया (88 प्रतिशत), जयव्रत दूबे (88 प्रतिशत) तथा दीपाली (87 प्रतिशत), नित्या (87.6 प्रतिशत), श्यामनरायन यादव (87.6 प्रतिशत) ने विद्यालय टॉप किया। इनके अलावा विकास यादव को 86.1 प्रतिशत, गुरूप्रसाद को 86 प्रतिशत, नितिन को 83.3 प्रतिशत, शुभम को 83.2 प्रतिशत अंक मिले।
डायरेक्टर की अपील
उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी के डायरेक्टर विनय कुमार शुक्ल ने कहा विद्यालय निरंन्तर प्रगति कर रहा है। छात्र संख्या और सुविधाओं के दृष्टिगत हर नये सत्र में सुविधायें भी अपडेट की जा रही हैं। उन्होने अभिभावकों से अपील करते हुये कहा कि प्लेवे से लेकर इण्टर तक के बच्चों का प्रवेश यहां करायें जिससे विद्यालय हर सत्र में एक नया कीर्तिमान गढ़ सके।
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