बैंक कर्मी को बंधक बनाकर लूटने वाले अभियुक्तों को पुलिस ने पैर में गोली मारकर दबोचा
बस्ती, 23 जून। बदमाशों ने बड़ौदा यूपी बैंक जीतीपुर शाखा के प्रबंधक और फील्ड ऑफिसर का अपहरण कर रातभर उन्हें बंधक बनाए रखा और अपने बैंक खातों में उनसे जबरिया ट्रांजैक्शन कराया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई। एसपी अभिनंदन ने घटना के अनावरण के लिये टीम को जिम्मेदारी दी। घटना परसरामपुर थाना क्षेत्र की है।
एसपी अभिनंदन ने जानकारी देते हुये घटना के सफल अनावरण का दावा किया है। पुलिस टीम को पता चला की घटना का मुख्य अभियुक्त 25 हजार के इनामिया गौतम सिंह पुत्र राजेश्वरी सिंह उम्र 26 साल निवासी छपिया थाना गोंडा का रहने वाला है, वह परसरामपुर थाना क्षेत्र के हैदराबाद स्थित एक जगह पर वह मौजूद है। पुलिस ने उसे चारो ओर से घेर लिया। अभियुक्त ने खुद को बचाने के लिये पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। गौतम सिंह के पैर में गोली लगी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त के पास से एक असलहा तथा एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
उसके ऊपर चोरी छिनैती के कई मामले पहले से पंजीकृत हैं। दूसरे अभियुक्त को भी पुलिस ने दुबौलिया के सरवरपुर में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। उसकी पहचान अनुज सिंह पुत्र मुरारी सिंह निवासी नगरा पूरे बदली थाना छावनी के रूप में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, साकेतपुरी अयोध्या निवासी बैंक प्रबंधक रवि तिवारी और फील्ड ऑफिसर रसिक शनिवार शाम लगभग 5 बजे बैंक बंद करने के बाद कार से लौट रहे थे। करीब साढ़े पांच बजे श्रृंगीनारी के पास बदमाशों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। असलहों से लैस बदमाशों ने दोनों को जबरन गाड़ी में ही बंधक बना लिया और उन्हें पास के कब्रिस्तान इलाके में ले गए। उनका नगदी, सोने की चेन आदि छीन लिया।
वहां उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी और रातभर मारते पीटते रहे। बदमाशों ने दोनों के एटीएम कार्ड छीन लिए और कार्ड में मौजूद राशि निकाल ली या अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद पीड़ितों के परिजनों से फोन कराकर उनके खातों में रुपये मंगवाए और वो भी निकाल लिए। घटना से आहत दोनों अधिकारी रविवार रात अपने अन्य बैंक कर्मियों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ पुलिस थाने पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर घटना के बारे में छानबीन शुरू की गई थी। घटना का अनावरण करने में थानाध्यक्ष परसरामपुर भानु प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष दुबौलिया प्रदीप कुमार सिंह, थानाध्यक्ष वाल्टरगंज उमाशंकर त्रिपाठी तथा स्वाट व एसओजी टीम का योगदान रहा।
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