पूर्वांचल फिजियोथैरेपिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में मुद्दों पर हुई चर्चा
बस्ती, 14 सितम्बर। पूर्वांचल फिजियोथैरेपिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक किसान पीजी कॉलेज के निकट स्थित कैंप कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के सचिव एवं प्रदेश प्रभारी डा. अमित शर्मा ने कहा कि संगठन पिछले 20 वर्षों से लगातार संघर्षरत है, संघर्ष की बदौलत अनेक सफलता भी हासिल हुई है।बताया कि 2006 के पहले तक बीपी का रजिस्ट्रेशन नहीं होता था, लेकिन संगठन के संघर्ष की बदौलत रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ। अभी भी सरकार बीपी को एलाइड हेल्थ केयर प्रोफेशनल मानती है जबकि बीपी 5 वर्ष का एक संपूर्ण डॉक्टर का कोर्स है। कहा कि संगठन की सरकार से मांग है कि फिजियोथैरेपी की एक अलग काउंसिल बनाकर उन्हें प्रोफेशनल डॉक्टर की सारी सुविधा प्रदान करें। बताया कि अभी जल्द ही आईएमए के भारी विरोध के बाद सरकार ने फिजियोथैरेपिस्ट को नाम के आगे डाक्टर लिखने की अनुमति प्रदान की है।
अब संगठन इस बात पर जोर दे रहा है कि फिजियोथैरेपी को जनरल प्रैक्टिस करने की अनुमति प्रदान की जाए। इसे लेकर संगठन पूरे प्रदेश में लगातार कैंप सेमिनार मैराथन बैठक कर रहा ,है जिससे लोगों में जागरूकता आये और लोग इस चिकित्सा शैली का लाभ उठा सके। इस दौरान डा. पंकज चौधरी, डा. राजेश चौहान, डा. एम रहमान को मंडल का कोआर्डिनेटर, डा. अजय श्रीवास्तव को संगठन का मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया। बैठक में डा. नेहा पाण्डेय, डा. श्रेया पाण्ंडेय, डा. नीलम, डॉक्टर पंकज चौधरी डा. राजेश चौहान, डा. एम रहमान, डा.अजय श्रीवास्तव, डा. अतुल श्रीवास्तव, डा. विवेक प्रकाश पाण्डेय, डा. श्रवण कुमार, डा. शुभम गौड़, डा. मनीष चौधरी, डा. प्रमोद यादव, डा. राजवंत सिंह, डा. कन्हैया श्रीवास्तव, डा. अनूप शुक्ल सहित बड़ी संख्या में फिजियोथैरेपिस्ट और डाक्टर उपस्थित रहे।
Post a Comment
0 Comments