के.सी.सी. लोन में कुर्की की नोटिस चस्पा होने के बाद काश्तकार हैरान
बस्ती, 26 जुलाई। कप्तानगंज विकास क्षेत्र के बसंतपुर व भदना गांव निवासी तिलकराम पुत्र सुक्खू तथा रामकेवल पुत्र राम उजागिर ने पोखरा यूपी बड़ौदा बैंक तथा तहसील प्रशासन पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़ितों का कहना है कि उन्होने उक्त बैंक की पोखरा शाखा से 2017-18 में के.सी.सी. लोन लिया था। उसके बाद कई फसलें नष्ट हो जाने के कारण पूरा लोन जमा नही हो पाया।
बैंक ने 2022 में डिफाल्टर घोषित कर दिया, और अब तहसील प्रशासन कुर्की की कार्यवाही में जुटा है। दोनो खाताधारकों के यहां कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है। जबकि फसलें नष्ट होने के बाद खातेदार फसल बीमा के तहत क्षतिपूर्ति पाने के लिये अफसरों का चक्कर लगा रहे हैं। अफसर रोजाना आश्वासन देते रहे। उधर व्यवस्था के अनुसार जब भी बन पाया बैंक में किस्तें जमा करते रहे। बैंक मैनेजर ने कहा कुर्की में बैंक की कोई भूमिका नही है।
बैंक डिफाल्टर खातेदारों की सूची तहसील प्रशासन को भेज देता है। इसके बाद की जिम्मेदारी प्रशान की होती हैं। वहीं हरैया एसडीएम ने कहा कि बैंक ने जो सूची भेजी है उसके अनुसार नोटिस चस्पा की गई है। फिलहाल केसीसी लोन पर कुर्की की कार्यवाही एक नजीर बनेगी। पीड़ित काश्तकारों का कहना है कि कुर्की होने के बाद पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ जायेगा। ऐसे में बैंक लोन जमा करने का मौका दिया जाना जरूरी व न्यायसंगत है। दोनो खातेदारों ने कुर्की की कार्यवाही रोकन तथा लोन जमा करने का मौका देने की अपील किया है।
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