चार सौ शिक्षक प्रशिक्षित किये गये -Four hundred teachers were trained
प्रशिक्षण समापन के अवसर पर डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने प्रतिभागी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत बनाने में शिक्षकों की भूमिका अहम होगी। किसी देश के विकास में शिक्षा और सीखने के साथ-साथ अच्छे नैतिक मूल्यों पर बहुत ध्यान दिया जाना चाहिए और इस प्रक्रिया में सहायता करने के लिए शिक्षक से अधिक उपयुक्त कोई नही है। शिक्षकों के बिना, ज्ञान और नैतिकता दोनों को नुकसान होगा। हमें आने वाली पीढियां को रोजगार देने के लिए मेहनत करना पड़ेगा। शिक्षकों का यह कर्तव्य है कि वह बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें।
नोडल प्रवक्ता अलीउद्दीन ने कहा कि इस प्रशिक्षण में शिक्षक मात्र एक माध्यम है इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को गणित किट के सही प्रयोग की जानकारी देना है। प्रशिक्षण के अन्तिम दिन संदर्भदाता हरेंद्र यादव, बालमुकुंद और अनूप सिंह ने स्थानीय मान एवं विस्तार, ब्लॉक्स, घड़ी, पासा के अंतर्गत पासो के प्रकार आदि के बारे विस्तृत जानकारी दिया। इस अवसर पर डॉ गोविन्द प्रसाद, शशिदर्शन त्रिपाठी, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, वन्दना चौधरी, रविनाथ त्रिपाठी, इमरान खान, कल्याण पाण्डेय, कुलदीप चौधरी, अमनसेन, हरिकृष्ण उपाध्यक्ष, अमरजीत, अन्नपूर्णा, पूजा गुप्ता, विमल आनंद, विनय गौतम, पूर्णिमा शुक्ला, अरुण दुब, शीतल, रामेश्वर, अभिषेक, त्रिलोकी, जया, साक्षी, चंदन पाण्डेय, सौम्या सिंह आदि उपस्थित रहे।
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