Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

मांगे न मानी गई तो और तेज होगा आन्दोलन- चन्द्रिका सिंह

मांगे न मानी गई तो और तेज होगा आन्दोलन- चन्द्रिका सिंह 

If demands are not met, the movement will intensify - Chandrika Singh



बस्ती, 25 सितम्बर।
बुधवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों की 16 सूत्रीय, शिक्षामित्रों की 6 सूत्रीय और अनुदेशकों की 3 सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों ने संघ के जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया और मांगो के समर्थन में गरजे। 


इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बस्ती अनूप कुमार तथा जिलाधिकारी द्वारा नामित नायाब तहसीलदार अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह ने कहा कि बार-बार ज्ञापन देने के बाद भी गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को गलत तरीके से बंद कराया जा रहा है। शिक्षामित्र और अनुदेशकों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है। यदि शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों की मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किए जाने के साथ ही मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।


बीएसए कार्यालय पर हजारो शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की उपस्थिति में मुख्य रूप से मंत्री बालकृष्ण ओझा, कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव, प्रवीन श्रीवास्तव, शिवप्रकाश सिंह, सुधीर तिवारी, राजेश गिरी, रवि सिंह, रामसागर वर्मा, अखिलेश पाण्डेय, अशोक यादव, हरिओम यादव, राहुल सिंह, विवेक सिंह, देवेंद्र सिंह, सनद पटेल, रामभवन यादव, शिवरतन, सुरेश गौड़, वंदना त्रिपाठी, उमाकांत शुक्ल, रवीश मिश्र, विवेक कांत पाण्डेय, शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र शुक्ला, संतोष भट्ट,बालगोपाल शुक्ल, अनुदेशक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह,मंत्री उमेश यादव,मुक्तेस्वर यादव,मुरलीधर आदि ने धरने को सम्बोधित किया।


वक्ताओं ने गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर कार्यवाही, 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के विलय पर रोक, समायोजन प्रक्रिया में न्यायालय के आदेश का पालन, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विषय वार शिक्षक की तैनाती,न्यायालय के आदेश पर कार्यवाहक प्रधानाध्यापक का वेतन जारी करने, एनपीएस और जीपीएफ कटौती का अंकन, सेवा पुस्तिका का अपडेशन, शिक्षकों का संकुल पद से कार्य मुक्ति, एफएलएन प्रशिक्षण की धनराशि संबंधित के खाते में भेजना, लोकसभा निर्वाचन के दौरान रोके गए वेतन और मानदेय की बहाली, शिक्षकों के वेतन के साथ ही शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का मानदेय देना, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला पदाधिकारियों की प्रत्येक माह बैठक आदि मुद्दे उठाए। 


शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक नेताओं ने अधिकार हासिल करने के लिये एकजुटता बनाये रखने पर जोर दिया। धरने में मुख्य रूप से मजहर अब्बास,विजय कुमार,हरिशंकर, रवि गुप्ता,दिलीप द्विवेदी, संतोष मिश्रा, राजीव सिंह,राजकुमार श्रीवास्तव, रुकनुद्दीन, अनीस अहमद,अशद जमाल,आनन्द ,राम पियारे, समीउल्लाह अंसारी, राज,विजय यादव,अनिल पाठक,अविनाश दुबे,हरेंद्र यादव, संतोष पाण्डेय, बद्रीविशाल पाण्डेय, अश्विनी सिंह, त्रिभुवन, कमलेश वर्मा, अशोक सिंह,सुशील गहलोत, रीना कन्नौजिया, रेहाना परवीन,आरती कमल,रोमा सिंह,कमला यादव, वंदना वर्मा, किरण बाला, शाहिस्ता अंजुम,नीतू सिंह,प्रीति कटियार, प्रिया शर्मा,कांतिसेन,माहेनूर के साथ ही अनेक शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक संघ के पदाधिकारी शामिल रहे।

Tags

Post a Comment

0 Comments

Top Post Ad

Below Post Ad

 

 

Bottom Ad