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पूरे परिवार के साथ विधानसभा पर सुसाइड करने पहुंचे कासगंज के संजीव सिंह

पूरे परिवार के साथ विधानसभा पर सुसाइड करने पहुंचे कासगंज के संजीव सिंह Sanjeev Singh of Kasganj reached the assembly with his entire family to commit suicide.



लखनऊ, उ.प्र.।
यूपी में लगभग जंगलराज आ चुका है। पुलिस थानों में पीड़ितों की आवाज दबाई जा रही है या सुनी नही जा रही है, पब्लिक और सरकार दोनो का कानून पर भरोसा नहीं दिख रहा है, बगैर रिश्वत के कहीं काम नही हो रहे हैं, अफसर राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं, जातिगत संकीर्ण मानसिकता से न तो सरकार उबर पा रही है और न ही अफसर, एक ऐसा हिन्दुत्व परिभाषित किया जा रहा है जिसमे सिर्फ नफरत और हिंसा है। इसके अलावा गैंगरेप, सामूहिक आत्महत्या, सामूहिक कत्ल, सामूहिक बलात्कार, चोरी, लूट, अपहरण की घटनायें अब किसी को चकित नही करतीं। ये जंगलराज नही तो क्या है ? 


ताजा मामला राजधानी लखनऊ में विधानसभा के पास का है। यहां सोमवार को बड़ा हादसा होते-होते बचा जब एक परिवार ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिस समय रहते हरकत आई तब जाकर लोगों की जान बंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो परिवार के सदस्य अपने साथ पेट्रोल की बोतल लेकर आए थे। कासगंज के संजीव सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि पुलिस द्वारा उनके केस की जांच में फर्जी आख्या लगाई गई है और अपराधियों से मिलीभगत करके झूठे दस्तावेज बनाए। 


उन्होंने एसएचओ वीरेंद्र प्रताप पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और दावा किया कि अपराधियों से मिली रकम का इस्तेमाल करके जांच को प्रभावित किया जा रहा है। संजीव सिंह ने आरोप लगाया कि उनके बेटे आशीष को 19 दिसंबर 2023 को पुलिस ने जबरन बुलाकर धमकाया और फिर 21 दिसंबर को फर्जी एनकाउंटर की धमकी देकर जेल भेज दिया। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि एसएचओ ने उनके बेटे की स्कूटी और पैसे लौटा दिए, लेकिन मोबाइल अभी तक नहीं दिया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण सबूत और रिकॉर्डिंग मौजूद हैं। संजीव ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और सीबीआई या एसआईटी जैसी एजेंसियों से जांच कराने की अपील की है ताकि सच सामने आ सके। 

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