पति ने कहा यह मेरी बेटी नही है, मां ने उसे सेफ्टी टैंक में फेंक दिया Husband said this is not my daughter, mother threw her in the safety tank
यूपी डेस्कः गोंडा में एक निर्दयी मां ने अपनी 8 महीने की बेटी को सेफ्टी टैंक में फेंक कर घर वालों को बता दिया कि उसे जंगली जानवर उठा ले गया। सेफ्टी टैंक में मासूम की मौत हो गई। पता चला है कि पति बेटी होने पर ताने सुनाता था। शनिवार को भी पति से इस बात पर पति से झगड़ा हुआ था। पुलिस को मां की बात पर भरोसा नही हुआ। शक होने पर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
वारदात 28 सितंबर की परसपुर थाना क्षेत्र के मेहरबान पुरवा की है। पुलिस के मुताबिक- आरोपी मां का नाम जगमती है। पति माताफेर मुंबई में रहकर काम करता है। पत्नी घर में सास-ससुर के साथ रहती है। जगमती को 8 महीने पहले बेटी हुई थी। पुलिस के मुताबिक शनिवार को जगमती का फोन पर बातचीत के दौरान पति से विवाद हो गया। आखिरी कॉल 40 मिनट की थी। इस दौरान पति बार-बार कह रहा था कि मेरी बेटी हो ही नहीं सकती। पता नहीं किसकी बेटी है। इसके बाद गुस्से में रात 11.30 बजे पत्नी ने बच्ची को सेफ्टी टैंक में जिंदा डाल दिया।
बगल के कमरे में उसके 3 साल के बेटे को लेकर दादी सोई हुई थी। 1 घंटे बाद साढ़े 12 बजे परिजनों को बताया कि बच्च्ी को जंगली जानवर उठा ले गया। सूचना मिलते ही मौके पर परसपुर थाने की पुलिस और वन विभाग के अधिकारी पहुंचे। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन किसी भी जंगली जानवर द्वारा बच्ची को उठा ले जाने की पुष्टि नहीं हुई। न ही बच्ची का शव मिला। इस बीच मां बार-बार बयान बदल रही थी। पुलिस ने दोबारा से खोजबीन की। घर के पीछे सेफ्टी टैंक नजर आया। 40 घंटे बाद पुलिस ने सेफ्टी टैंक से पानी निकाला तो बच्ची का शव मिला। शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो डूबने की पुष्टि हुई। पुलिस ने जब आरोपी मां जगमती से कड़ाई से पूछताछ की, उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली।
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