शिक्षण विधियों का प्रयोग कर प्रभावी शिक्षण करें शिक्षक - संजय शुक्ल Teachers should teach effectively by using teaching methods - Sanjay Shukla
बस्ती, 11 नवम्बर। सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के गणित शिक्षको का नवाचारी शिक्षण विधियां एवं गणित किट प्रयोग हेतु तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर डायट प्राचार्य ने प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे केंद्र बिंदु में विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चे होते है।
इसलिए हमें गणित विषय को उनकी रुचि से जोड़कर खेल-खेल में पढ़ाना चाहिए। उन्होंने शिक्षण विधियों का प्रयोग करते हुये प्रभावी शिक्षण कार्य करने हेतु शिक्षकों को निर्देशित किया। प्रशिक्षण प्रभारी व प्रवक्ता अलीउद्दीन ने कहा कि छोटे बच्चों को टीएलएम का प्रयोग करके गणित बहुत आसानी से पढ़ाया जा सकता है तथा परिषदीय विद्यालयों अध्ययनरत बच्चों में गणित की अवधारणाओं को विकसित करने में रिमीडियल टीचिंग का भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। प्रशिक्षण के सन्दर्भदाता हरेंद्र यादव, बालमुकुन्द, अनूप सिंह और अमरेन्द्र चौधरी के द्वारा गणित की नवाचारी शिक्षण विधियां, शिक्षण विधियों की आवश्यकता एवं महत्व, गणित किट का परिचय एवं कक्षा में प्रयोग, रिमीडियल गणित का परिचय एवं आवश्यकता, गणित शिक्षण में आने वाली कठिनाइयां आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर डॉ गोविंद प्रसाद, डॉ रविनाथ त्रिपाठी, इमरान, कुलदीप चौधरी, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, वंदना चौधरी आदि उपस्थित रहे।
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