अयोध्या में बगैर नोटिस ध्वस्त करा दिया मकान, पीड़ित मांग रहे न्याय
House demolished in Ayodhya without notice, victims demanding justice
अयोध्या, उ.प्र.। जिला प्रशासन ने रविवार रात को सप्तसागर में निर्माणाधीन मकान को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। दूसरे दिन सपा नेता व पूर्व विधायक पवन पांडेय ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होने कहा “जिस जमीन पर मकान बनाया जा रहा था, उसकी रजिस्ट्री हुई है, खारिज दाखिल भी हुआ, अयोध्या विकास प्राधिकरण से नक्शा भी पास है, सरकारी बैंक ने लोन भी दिया है।
इसके बावजूद प्रशासन ने बुलडोजर से पूरा मकान ध्वस्त दिया। मकान तीन माह से बन रहा था, तब कोई कार्रवाई नहीं की गई, जब लिंटर लग गया, तब योगी सरकार के अधिकारियों ने नहीं रोका, रविवार को बगैर कोई नोटिस दिये मौके पर आकर पूरा मकान गिरा दिया। सपा नेता पवन पांडेय ने कहा “सप्तसागर कालोनी में संतोष गुप्ता उनकी पत्नी मनीष गुप्ता और बिमलेश सिंह ने यहां जमीन खरीदा था, मनीष गुप्ता ने 2018 में 1800 सौ वर्ग फुट जमीन लिया था। पवन पांडेय ने कहा “समाजवादी पार्टी इस कार्रवाई का विरोध करती है।
यदि जमीन पर अवैध कब्जा है, तो जमीन का बैनामा करने, मकान का नक्शा बनाने और बैंक लोन देने में सम्मिलित सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इनसे करनी चाहिए। बिहार के पटना के रहने वाले दूसरे पीड़ित विमलेश सिंह ने बताया “2021 में हमने एक करोड़ 80 लाख रुपये में 11 हजार वर्ग फिट जमीन लिया था। खारिज दाखिल भी हुआ है। मकान बनवाने से पहले नक्शा अयोध्या प्राधिकरण से पास है। कल शाम को एक लोग आते है और बताते है कि यह निर्माण अवैध रूप से चल रहा है। आधे घंटे का समय दिया गया, इसके बाद बुल्डोजर आकर बाउंड्री को गिरा देता है।
क्या बोले जिम्मेदार
सदर उपजिलाधिकारी विकास धर दुबे ने बताया कि राजस्व अभिलेखों में गाटा संख्या 69 तालाब के नाम से दर्ज है, यह करीब आठ बीघे का है जिसपर यह अवैध रूप से भवन निर्माण किया जा रहा है। भवन निर्माण कर रहे मनीषा गुप्ता और विमलेश सिंह के पास जो अभिलेख है वह गाटा संख्या 95 का है। दोनों ने जिस जमीन का बैनामा कराया है, उस जमीन पर जाकर कब्जा करें।
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