5 महीने से लापता है बेटी, धरने पर बैठे बुजुर्ग दंपती
यूपी डेस्कः कानपुर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र से लापता बेटी की तलाश में एक बार फिर से वृद्ध दंपति पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उत्तरीपुरा बिल्हौर मान निवादा के रहने वाले राकेश दुबे ने बताया कि 26 वर्षीय उनकी बेटी आकांक्षा दुबे 31 अगस्त 2024 को संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। खेरेश्वर सरैया घाट पर वह दीपदान करने गई थी, लेकिन वहां से घर लौटकर नहीं आई। दंपति ने कहा कि आज वह जान दे देंगे, लेकिन जब तक बेटी नहीं मिलेगी धरने से नहीं उठेंगे।
पुलिस फोर्स कड़ी मशक्कत से दंपति को धरने से उठाकर ले गई। दंपति अपनी बेटी की तलाश के लिए एक बार पहले भी पुलिस कमिश्नर दफ्तर में आत्मदाह का प्रयास कर चुके हैं। दंपति के हंगामा करने के बाद से एक बार फिर से पुलिस सक्रिय होकर उनकी बेटी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की जांच के दौरान ई-रिक्शा में उसे मंदिर से लौटते हुए सीसीटीवी में देखा था, लेकिन शिवराजपुर पुलिस और सर्विलांस टीम के साथ क्राइमब्रांच को लापता आकांक्षा की तलाश में लगाया गया, लेकिन अभी तक दंपति की बेटी का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी।
पुलिस की कार्यशैली से असंतुष्ट होकर राकेश दुबे अपनी पत्नी के साथ शनिवार को पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे और बेटी की तस्वीर गले में माला की तरह टांगकर धरने पर बैठ गए। बुजुर्ग दंपति को पुलिस जबरन उठाकर वहां से महिला थाने ले गई। इस दौरान दंपति की पुलिस से जमकर झड़प भी हुई। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शिवराजपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज करने के बाद बेटी की तलाश में पुलिस लगी थी। परिजनों के संतुष्ट नहीं होने पर केस स्पेशल टीम के हवाले किया गया और अब क्राइमब्रांच मामले की जांच कर रही है, लेकिन लापता युवती का कोई सुराग नहीं मिला रहा है। पुलिस की टीमें लापता बेटी की तलाश कर रही है।
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