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बच्चों का प्रवेश गौतम बुद्ध मुराली देवी बालिका इण्टर कालेज गोटवा में करायें, सुविधाओं और शैक्षिक गुणवत्ता में किसी से कम नहीं

बच्चों का प्रवेश गौतम बुद्ध मुराली देवी बालिका इण्टर कालेज गोटवा में करायें, सुविधाओं और शैक्षिक गुणवत्ता में किसी से कम नहीं
बस्ती, 30 अप्रैल।
ग्रामीण परिवेश के कई विद्यालयों में बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। पिछले एक दशक में बदले हालातों और प्रतिस्पर्धा ने आम जन की धारणा बदली है कि अच्छी शिक्षा सिर्फ शहरों में नही मिलती। ग्रामीण क्षेत्र के कई विद्यालय इस धारणा को बदलने में कामयाब रहे हैं। बस्ती सदर विकास क्षेत्र के गोटवा कस्बे में स्थित गौतम बुद्ध मुराली देवी बालिका इण्टर कालेज उनमे से एक है।



यह विद्यालय 24 साल पुराना हो गया। इसकी स्थापना साल 2001 में हुई। विद्यालय का प्रबंधन चिकित्सा, समाजसेवा, शिक्षा, साहित्य के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देकर अपनी विशिष्ट पहचान वाले डा. वी.के. वर्मा के हाथों मे है। उनके लिये समाजसेवा सर्वोपरि है। वे अपने हर कार्य को समाजसेवा से जोड़कर देखते हैं। उनका मानना है कि हमे जाति धर्म से ऊपर उठकर मानव धर्म का पालन करना चाहिये और इंसानियत हमारे आचरण का आदर्श होना चाहिये। इसी सोच ने डा. वर्मा को विशिष्ट पहचान दी है।



विद्यालय के बारे में जानें

गौतम बुद्ध मुराली देवी बालिका इण्टर कालेज की स्थापना साल 2001 में हुई। पहली से लेकर 12वीं तक कक्षाओं का संचालन हो रहा है। सभी स्तरों पर मान्यता प्राप्त है। विद्यालय में 36 हवादार कमरे हैं। यहां बच्चों की संख्या 803 है जिन्हे 28 कुशल अध्यापक अध्यापिकाओं का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। आकर्षक बागवानी, विद्युत व्यवस्था, फायर सुरक्षा, समृद्ध पुस्तकालय, तीन साइंस लैब, एक कम्प्यूटर लैब, 10 शौचालय, यूरिनल, बच्चों को लाने ले जाने हेतु वाहन, शुद्ध पेयजल, साइकिल स्टैन्ड, प्रिंसिपल कक्ष, स्टाफ कक्ष आदि की समुचित व्यवस्था है।



सुरक्षा व्यवस्था

कालेज में एक मजबूत और आकर्षक गेट है जो समय से खुलता बंद होता है। यहां हर वक्त एक सुरक्षा गार्ड मौजूद रहता है जो सुरक्षा के हर पहलू पर पैनी नजर रखता है। कालेज परिसर सीसीटीवी कैमरों से लैस है जिस पर प्रबंधक व प्रधानाचार्य की निगरानी रहती है। यहां 12वीं तक कक्षाओं का संचालन होता है। छात्राओं को मोबाइल लाने पर प्रतिबन्ध है। सभी छात्रायें 18 साल से कम होती हैं इसलिये वाहन से विद्यालय आने पर रोक है।


शिक्षणेत्तर क्रिया कलाप

छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिये पाठ्क्रम से हटकर वार्षिकोत्सव, रंगोली प्रतियोगिता, वाद विवाद, भाषण, खेलकूद प्रतियोगिता, स्काउट, देशाटन सहित तमाम कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में अभिनय, प्रबंधन, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता आदि का विकास होता है।


गरीब छात्राओं के लिये विशेष

डा. वी.के. वर्मा ने बताया कि प्रत्येक सत्र में 20 छात्र छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही ट्यूशन व अन्य फीस दूसरे विद्यालयों से काफी कम हैं। ग्रामीण परिवेश का विद्यालय होने के नाते कम खर्च पर गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना कालेज प्रबंधन की प्राथमिकताओं में शामिल है।


प्रबंधक के बारे में जानें

डा. वी.के. वर्मा, जिला अस्पताल बस्ती में तैनात आयुष विभाग के नोडल अधिकारी हैं। इन्होने करीब 35 साल के चिकित्सा अनुभवों के आधार पर लाखों रोगियों का सफल इलाज किया है। इन्होने बस्ती से फैजाबाद मार्ग पर पटेल एस.एम.एच. हॉस्पिटल एवं पैरामेडिकल कालेज, बसुआपार में डा. वी.के. वर्मा इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, बालिका इण्टर कालेज सहित कई विद्यालयों की स्थापना की है। खास बात ये है कि इनके अस्पताल में दवाओं के अतिरिक्त रोगियों से कोई चार्ज नही लिया जाता। दवाओं के भुगतान में भी डा. वर्मा गरीबों, पत्रकारों, साहित्यकारों की मदद किया करते हैं।


प्रबंधक की अपील

डा. वर्मा ने अभिभावकों व क्षेत्रीय जनमानस से अपील किया है कि अब ग्रामीण व शहरी विद्यालयों में कोई अंतर नही रहा। हर कालेज में गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है। कालेज की नींव समाजसेवा की सोच के साथ माता पिता की प्रेरणा से रखी गई है। जब तक जीवन है समाजसेवा की सोच बनी रहेगी। उन्होने अपने बच्चों का प्रवेश गौतम बुद्ध मुराली देवी बालिका इण्टर कालेज व इससे जुड़े अन्य कालेजों में कराने की अपील किया है। इनकी सेवाओं या परामर्श के लिये मो.न. 9415136328 पर संपर्क किया जा सकता है। 





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