राज्यसभा सांसद ने कहा डिप्टी फायर ऑफिसर बी जे थेबा को 70 हजार की रिश्वत दी थी
गुजरात डेस्कः राजकोट टीआरपी गेम जोन अग्निकांड में 12 बच्चों सहित 30 लोगों की मौत के मामले में राज्य सरकार के द्वारा बनाई गई एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। कई अफसरों से इस मामले में पूछताछ की जा रही है। इसी बीच, गुजरात से भाजपा राज्यसभा सांसद राम मोकारिया ने दावा किया कि 5 साल पहले उन्होंने राजकोट नगर निगम के दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लेने के लिए 70 हजार रुपए की रिश्वत दी थी।
गुरुवार को मीडिया बात करते हुए मोकारिया ने कहा कि राज्य में कोई भी अफसर बिना जेब गर्म किए काम नहीं करता है। फायर एनओसी के लिए डिप्टी फायर ऑफिसर बी जे थेबा को 70 हजार की रिश्वत दी थी। तब मैंने बिजनेसमैन था, लेकिन जैसे ही मैं सांसद बना तो डिप्टी फायर ऑफिसर लिफाफे में रकम रखकर वापस लौटा दी थी। अब थेबा कथित भूमिका के लिए उससे पूछताछ कर रही है तो आवाज उठाई है। मैं समाज में फैले भ्रष्टाचार पर प्रकाश डालना चाहता हूं क्योंकि मैं इससे पहले भी दो-चार हो चुका हूं।’ मोकारिया ने इसके बाद यह भी कहा कि उनके राज्यसभा सांसद बनने के बाद अग्निशमन अधिकारी ने वो 70 हजार रुपए वापस लौटा दिए थे। बता दें कि टीआरपी गेम जोन में अग्निकांड के मामले में गुजरात सरकार ने सात अधिकारियों को निलंबित किया है।
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