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छत्तीसगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट व एसपी आफिस में लगाई आग, सैकड़ों वाहन जलकर राख

छत्तीसगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट व एसपी आफिस में लगाई आग, सैकड़ों वाहन जलकर राख



नेशनल डेस्कः
मणिपुर एक साल से जल रहा है। रोजाना हत्या और बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं। कई दिनों से सुलग रहा छत्तीसगढ़ भी अब जलने लगा है। यहा बलौदा बाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। 


इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा सोमवार देर रात घटनास्ठल पहुंचकर मौके का जायजा लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं।


कलेक्टर परिसर में आग लगाने से कई विभागों में रखे दस्तावेज जल गए। वहीं कई वाहनों को भी फूंक दिया गया है। पथराव के चलते कलेक्टर परिसर में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कई वाहनों को प्रदर्शनकारियों ने पलट दिया। कलेक्टर परिसर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है। फायर ब्रिगेड की ही गाड़ी को भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं। मौके पर आईजी और कमिश्नर को भेजकर रिपोर्ट तलब की गई है। इससे पहले सीएम ने इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और मुख्य सचिव व डीजीपी को तलब किया। 


क्यों बिगड़े हालात

15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।

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