कांग्रेस पार्टी की बैठक में भाजपा के नफरती फरमान की निंदा
बस्ती, 21 जुलाई। कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद मसूरियादीन पासी की पुण्यतिथि पार्टी दफ्तर पर मनाई गई। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने नेता को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया। जिलाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि मसूरियादीन पासी पहली से चौथी लोकसभा के लिये लगातार चुने गये, 1946 से 1952 तक वे उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य भी रहे।
उन्होने स्वाधीनता के लिये संघर्ष किया और जेल भी गये। उन्हे द्वितीय गांधी कहा गया। उनका योगदान देश और कांग्रेस पार्टी के लिये अहम रहा। प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये कहा मसूरियादीन पासी साधारण परिवार से थे। गरीबी, लाचारी को उन्होने निकट से देखा था। अपने संघर्षो के दम उन्होने भारतीय राजनीति में सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया। पार्टी महासचिव अशोक श्रीवास्तव ने कहा महापुरूषों और अपने पूर्वजों को सम्मान देने और उनके योगदान को याद करने की कांग्रेस पार्टी की समृद्ध परंपरा रही है।
मसूरियादीन पासी ने उस वक्त पार्टी को अपना योगदान दिया था जब आजादी के बाद देश के चौमुखी विकास की बुनियाद रखी जा रही थी। अशोक श्रीवास्तव ने उ.प्र. सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले दुकानों पर नेमप्लेट लगवाने के निर्णय की घोर निंदा की, जिसका सभी कांग्रेसजनों ने समर्थन किया। उन्होने कहा भाजपा अपने नफरती एजेंडी पर कायम रही तो वह दिन दूर नही जब ब्लड बैंकों में खून की बोतलों पर भी अनिल और अब्दुल लिखा मिलेगा। जनता को जागरूक होकर भारत की गंगा जमुनी तहजीब को बचाना होगा। इस अवसर पर महासचिव गंगा प्रसाद मिश्रा, डीएन शास्त्री, राजबहादुर निषाद ने भी अपने विचार रखे और कहा नेमप्लेट लगाने वाले फैसले को विघटनकारी और साम्प्रदायिक बताया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सुरेन्द्र मिश्रा, अलीम अख्तर, शौकत अली नन्हू, शकुन्तला देवी, लक्ष्मी यादव, सीमा निषाद, सरवर अंसारी, मो. अशरफ अली, यशराज के.के., आशुतोष पाण्डेय, दूधनाथ पटेल, बबलू गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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