153 टन गो मांस मिलने के बाद हुई बड़ी कार्यवाही
Major action taken after 153 tons of beef was found
राज्य संवाददाता, दिल्ली (ओ पी श्रीवास्तव)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंसूबे के खिलाफ कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह संदेश गौतम बुद्ध नगर जिले में बुधवार को पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हुए कठोर कार्यवाही से साबित होता है। मामला कुछ इस तरह से है कि राष्ट्रीय राजधानी से सटे गौतमबुद्ध नगर के दादरी थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में प्रतिबंधित मांस कुछ दिनों पहले बरामद हुआ था।
इस मामले में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बुधवार को बड़ा एक्शन लिया है। सी पी लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में दादरी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया तथा ए सी पी दादरी अमित प्रताप सिंह को भी एक तरह से सज़ा देते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने के विवश हो गई। इस मामले में लापरवाही और निर्देशों की अनदेखी को देखते हुए अधिकारियों पर सी पी द्वारा कार्रवाई की गई है। कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर ने सन्देश दिया है कि ऐसे अवैध व्यापार और अपराध किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि दादरी क्षेत्र के लुहारली टोल प्लाजा पर 9 नवंबर की रात पुलिस और गोरक्षा हिंदू दल के संयुक्त ऑपरेशन में एक कंटेनर पकड़ा गया था। इसमें 32 टन मांस मिला था। तदुपरानत जांच के दौरान दादरी के एस पी जे कोल्ड स्टोरेज पर छापा मारा गया, जहां से 153 टन पैक्ड मांस बरामद हुआ। इस प्रकरण में 16 नवंबर को मथुरा लैब की जांच में पुष्ट हुआ कि बरामद मांस गो मांस था। कहा जाता है कि जब प्रकरण की जानकारी पुलिस के डीजीपी को हुई तो उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस बारे में चर्चा की।
बताते हैं कि मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस नीति का अनुसरण डीजीपी कार्यालय ने किया। दुसरी तरफ बरामद 185 टन मांस को करीब 15 फीट गहरे गड्ढे में 40 टन नमक के साथ दबाकर नष्ट कर दिया गया। इस मामले में विशेषज्ञों के मुताबिक बताया जा रहा है कि एक स्वस्थ गाय से लगभग तीन कुंतल मांस निकलता है। लैब रिपोर्ट और पुलिस की जांच के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि बरामद किया गया मांस 8 से 10 हजार गायों का था। इस प्रकरण में कोल्ड स्टोरेज के मालिक पूरन जोशी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस की जांच में पता चला कि यह मांस दिल्ली के खालिद की यूनिवर्सल फूड एक्सपोर्ट कंपनी से आया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि खालिद पर आरोप है कि वह पश्चिम बंगाल से गोमांस मंगवाकर इसे भैंस के मांस के नाम पर सप्लाई करता था। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रतिबंधित मांस की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है। जानकारों का कहना है पड़ोसी जिले गाजियाबाद में कोलकाता से मांस चोरी छिपे मंगाया जाता है और उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले से बड़े पैमाने पर पशुओं को कटने के लिए तस्करी के माध्यम से कोलकाता भेजा जाता है। लेकिन कहीं न कहीं पुलिस कर्मियों की लापरवाही से इस तरह के अवैध धंधे फल फूल रहे है।
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