कई प्रकार के कैंसर से बंचाता है चाय काफी, इग्नोर न करें
Tea and coffee protect you from many types of cancer, do not ignore it
चाय और कॉफी को आजकल लोग स्किप कर रहे हैं। जबकि चाय और कॉफी पीने के कई फायदे हैं। हाल के शोधों में यह दावा किया गया है कि चाय और कॉफी का नियमित सेवन कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। हालांकि खाली पेट चाय, काफी पीने से बचना चाहिये। यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इन पेयों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव कंपाउंड्स शरीर में फ्री रैडिकल्स को खत्म करने में मदद करते हैं, जो कैंसर के विकास का कारण बनते हैं।
इस रिसर्च के अनुसार रोजाना 3-4 कप कॉफी या चाय पीने वाले लोगों में गर्दन और सिर के कैंसर का रिस्क 17 प्रतिशत तक कम हो सकता है। वहीं, केवल 1 कप चाय-कॉफी पीने वाले लोगों में 9 प्रतिशत तक रिस्क कम रहता है। बता दें कि इससे पहले की गयी कुछ स्टडीज में भी यह संकेत दिए गए थे कि, कॉफी और चाय जैसे ड्रिंक्स में कैफीन और कई बायोएक्टिव तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये तत्व इंफ्लेमेशन कम करते हैं जो बीमारियों के रिस्क को कम करने में कारगर होते हैं। वहीं, हाल की स्टडी में बताया गया कि, सीमित मात्रा में अगर कैफीन वाले ड्रिंक्स (चाय-कॉफी) का सेवन किया जाए तो इससे हेल्दी लाइफ जीने और बीमारियों से बचे रहने में मदद होती है।
अमेरिका के यूटा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन में काम कर रही प्रोफेसर और स्टडी की चीफ राइटर युआन-चिन एमी ली ने स्टडी के परिणामों के बारे में बात करते हुए कहा कि, इससे पहले भी कुछ रिसर्च हुई है जिसमें चाय-कॉफी पीने से कैंसर का रिस्क कम होने के दावे किए गए हैं। लेकिन, इस नयी स्टडी में विशेष तौर पर नेक और सिर में होने वाले कैंसर से जुड़े प्रभावों के बारे में बात की गयी। स्टडी के लिए उत्तरी अमेरिका और यूरोप के लगभग 9,550 कैंसर मरीजों और लगभग 15,800 ऐसे लोग जिन्हें कैंसर नहीं था उन मरीजों को चुना गया। पिछली 14 स्टडी के डेटा का भी विश्लेषण इस रिसर्च के दौरान किया गया।
स्टडी के अंत में पाया गया कि, कॉफी ना पीने वालों लोगों की तुलना में रोजाना 3-4 कप कॉफी पीने वाले लोगों में कैंसर का रिस्क कम देखा गया। इन मरीजों में सिर और गर्दन के कैंसर का रिस्क 17 प्रतिशत तक कम पाया गया। इनमें माउथ कैंसर या ओरल कैंसर का रिस्क भी 30 फीसदी तक कम देखा गया। जबकि, गले का कैंसर का रिस्क लगभग 22 फीसदी तक कम देखा गया। उपरोक्त जानकारी किसी रोग का इलाज नही है। यह विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा कर लोगों को सेहतमंद रखने के उद्देश्य से प्रकाशित की जा रही है। आजमाने से पहले विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें।
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