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गोण्डा में बोलीं नेहा सिंह राठौड़, कहा बिधूड़ी की भाषा लुच्चों लफंगों जैसी

गोण्डा में बोलीं नेहा सिंह राठौड़, कहा बिधूड़ी की भाषा लुच्चों लफंगों जैसी
Neha Singh Rathore spoke in Gonda, said Bidhuri's language is like that of scoundrels and ruffians
यूपी डेस्कः गोण्डा जिले में एक कार्यऊम में पहुंची लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने कहा भाजपा के लोग शक्ति स्वरूपा और नारी शक्ति की बात करते हैं। महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं। इसके बाद उनके नेता बोलते हैं कि हम प्रियंका गांधी वाड्रा के गाल की तरह सड़कें बनवा देंगे। यह बहुत ही शर्मनाक बात है। उनकी भाषा लुच्चो-लफंगों जैसी है। 



मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को एक्स पर पोस्ट कर लिखा था कि आपके सांसद, विधायक क्या बोल रहे हैं, इनकी खबर लीजिए।’ लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी को लेकर कही। दरअसल, भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी एक वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वे कालकाजी की सभी सड़कों को ’प्रियंका गांधी के गालों’ जैसा बना देंगे। बिधूड़ी दिल्ली विधानसभा चुनावों में कालकाजी से भाजपा के उम्मीदवार हैं। बीजेपी सेल के लोग मुझे लगातार बदनाम कर रहे नेहा ने कहा- मेरी तुलना भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने पोर्न स्टार मिया खलीफा से की थी। 


एक्स पर ट्रेंड चलवा दिया था। मुझे भी बदनाम करने का प्रयास किया था। मुझ पर भी ये लोग भद्दे-भद्दे कमेंट करते हैं। ऐसे लोगों को राजनीति में होने ही नहीं चाहिए। ऐसा लगता ही नहीं कि जैसे रमेश बिधूड़ी कोई पूर्व सांसद हैं। ऐसा लगता है कि जैसे किसी गली का लफंगा-लुच्चा किसी को कुछ भी बोल देता है। लड़की को छेड़ता है, वैसे ही वह बोलते हैं। ईवीएम पर भी नेहा ने सवालन उठाया। कहा- महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुआ। वहां एक निर्दलीय प्रत्याशी की फैमिली में 5 लोग थे। उस आदमी को एक भी वोट नहीं पड़ा। उस आदमी ने कहा कि मेरे परिवार के लोगों ने तो मुझे वोट दिया होगा? हमारे कम से कम 5 वोट होने चाहिए। 


चलिए ठीक है, जनता ने हमको एक भी वोट नहीं दिया। हमारे पति-पत्नी और बच्चे और घर वालों का तो वोट होना चाहिए। उन लोगों ने तो वोट किया होगा ही। ये बातें ईवीएम के सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती हैं। मुझे लगता है कि बैलट पेपर से चुनाव होना चाहिए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। उन्होने अभयर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कहा गेहूं-चावल और गहने बेचकर पढ़ने भेजते हैं लोग। बिहार के लोग लाठी खाते ही थे। दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों से तो भगाए ही जाते थे। अब उन्हें अपने ही राज्य में अपमानित होना पड़ रहा है। जो लाठीचार्ज हो रहा, वह बहुत ही गलत बात है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस तरीके से नहीं करना चाहिए। 


बच्चों को तो कम से कम लाठी से तो नहीं पिटवाना चाहिए। ठंड में बच्चों पर वाटर कैनन चलवा दिए। नीतीश कुमार को समझाना चाहिए कि यूपी-बिहार और अन्य जगहों के जो भी बच्चे पटना में पढ़ने जाते हैं। उनके माता-पिता गेहूं और चावल बेच कर अपने बच्चों को पढ़ने भेजते हैं। कई माएं-बहनें अपने गहने बेचकर बच्चों को पढ़ने भेजती हैं। हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को तहस नहस करने पर भी नेहा ने खुलकर बोला। कहा अब वक्त आया है हिंदू-मुस्लिम के एक होने का। सीएम योगी आदित्यनाथ के ’बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का समर्थन करते हुए नेहा राठौड़ ने कहा- यह सही बात है। हमको, आपको और हम सबको सभी जाति-धर्म के लोगों को एक होने की जरूरत है। अगर हम बंटेंगे तो कटेंगे। अब हिंदू-मुस्लिम को एक-दूसरे से प्रेम करने, एक-दूसरे का साथ देने, एक-दूसरे के साथ रहने और इन लोगों के खिलाफ एक-दूसरे को इकट्ठा खड़े रहने का वक्त आ गया है।

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