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पूलिस हिरासत में मौत, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज

पूलिस हिरासत में मौत, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज
Death in police custody, lathicharge on proteste
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यूपी डेस्कः लखीमपुर खीरी में पुलिस हिरासत में युवक के मौत के खबर है। घटना के बाद बवाल हो गया। परिजनों ने पुलिस पर पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाते हुये शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस पर उनसे जबरन शव छीनने का आरोप है। परिजनों की शव लौटाने को लेकर पुलिस से नोक-झोंक हुई। गुस्साए ग्रामीणों ने मंगलवार दोपहर निघासन हाईवे जाम कर दिया। 



मांग कर रहे थे कि दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेन्ड किया जाये और परिवार को 30 लाख मुआवजा दिया जाये। परिजनों को समझाने पहुंचे सीओ धौरहरा पीपी सिंह ने कहा- चाहे जितने दिन शव रखना है रखो, लेकिन कोई मांग पूरी नहीं होगी, कोई सस्पेन्ड होगा। अफसरों ने ग्रामीणों पर लाठी चार्ज करके रास्ता खुलवाया। युवक के गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार सुबह एक्स पर सीओ का वीडियो पोस्ट कर लिखा- भाजपा हृदयहीन पार्टी है। मझगई थाना क्षेत्र के हुलासी पुरवा गांव में रामचंद्र (36) मंगलवार को गांव के कुछ लोगों के साथ जंगल में जलाने की लकड़ी लेने गया था। 


आरोप है कि निघासन कोतवाली और मझगई थाने की पुलिस वहां पहुंची और अवैध शराब बनाने के आरोप में उसे हिरासत में ले लिया। इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निघासन ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। खबर मिलते ही परिजन रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे। उनका आरोप है कि पुलिस ने जबरन शव छीनकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंची महिलाओं ने पुलिस पर घर से जबरदस्ती शव ले जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हंगामे के बाद एसपी ने परिजनों को समझाकर तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराने और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। 


इसके बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन सरकारी एम्बुलेंस से शव नहीं ले गए। हाईवे जाम करने पहुंचे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हुई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मृतक की पत्नी पूनम ने निघासन और मझगई थाने के पुलिसकर्मियों पर पति की हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। परिजनों का कहना है कि पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाए, मृतक की पत्नी को ₹30 लाख का मुआवजा मिले और परिवार पर लगाए गए फर्जी केस खत्म किए जाएं। सीओ धौरहरा पीपी सिंह का रुख सख्त है। उन्होंने कहा, जितने दिन शव रखना है रखो, लेकिन कोई पुलिसकर्मी सस्पेंड नहीं होगा और न ही कोई मांग पूरी होगी। देर रात तक गांव में तनाव बना हुआ है। परिजन अंतिम संस्कार करने से इनकार कर रहे हैं।

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