पुलिस महकमा रिश्वतखोरी में न.01, मिर्जापुर में एसएचओ गिरफ्तार
यूपी डेस्कः यूपी की आदित्यनाथ सरकार में रिश्वतखोरी कई गुना बढ़ गई है। बात सरकारी महकमे की हो और रिश्वतखोरी न हो तो बात गले से नीचे नही उतरती। आम जनता इससे त्रस्त है। हालांकि इतने रिश्वतखोर किसी सरकार में नही पकड़े जाते थे जितना आदित्यनाथ सरकार में पकड़े जा रहे हैं लेकिन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के दांत में हराम की कमाई का खून लगा है।
यही कारण है कि वे अपनी आदत से बाज नही आ रहे हैं। हम चर्चा कर रहे हैं रिश्वतखोरी से जुड़े 3 ताजा मामलों की। पहला मामला बिजनौर का है जहां एण्टी करप्शन टीम ने थाना प्रभारी को रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया है। टीम उसे खींचकर जीप में बैठाने लगी तो वह गिड़गिड़ाने लगे। मामला चील्ह थाने का है। एसएचओ शिव शंकर सिंह ने रेप का केस दर्ज करने के लिए पीड़िता के मामा से 50 हजार रुपए मांगे थे। दूसरा मामला बिजनौर का है जहां मुरादाबाद एंटी करप्शन की टीम ने बिजनौर के धामपुर में अफजलगढ़ सिंचाई खंड के लेखा अधिकारी उज्जवल कंसल को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
अलीगढ़ निवासी ठेकेदार अर्जुन चौधरी ने विजिलेंस टीम से शिकायत किया था। उज्ज्वल ने दो बिलों को आगे बढ़ाने के लिये रिश्वत की डिमांड किया था। तीसरा मामला यूपी के बाराबंकी का है। यहां रिश्वत लेकर विवेचना से नाम निकालने की डील करते हुये उपनिरीक्षक अशोक कुमार पाण्डेय और चौकीदार राजकुमार को एंटी करप्शन की टीम ने सीओ हैदरगढ़ कार्यालय में 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया।
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