आभा पंजीकरण से से मरीजों को सुविधा, हो रही समय की बचत
राज्य संवाददाता, दिल्ली, एनसीआर (ओपी श्रीवास्तव)। उत्तर प्रदेश के जिला गौतम बुद्ध नगर में स्थित जिला अस्पताल में प्रतिदिन लगभग तीन से चार हजार के मरीज़ ओ पी डी में आकर अपना उपचार कराते हैं। मरीजों की भारी भीड़ को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने नायब तरीका खोज निकाला है और वह है आभा पंजीकरण। आभा पंजीकरण में मरीज़ की डिजीटल पर्ची काउंटर पर बन जाती है।
वह सीधे सम्बंधित डाक्टर के कम्प्यूटर पर फीड हों जाता है और बिना लम्बी लाईन अथवा प्रतीक्षा के ही मात्र लगभग पांच से दस मिनट में डाक्टर मरीज़ को देख लेता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि मरीज का सारा डाटा डाक्टर के कम्प्यूटर पर दर्ज हो जाता है और जब दुबारा मरीज़ आता है तो डाक्टर सारा रिकॉर्ड मरीज़ का चेक कर लेता है। उक्त सम्बन्ध में अधिक जानकारी देते हुए जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रेनू अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल में पर्ची बनाने के लिए अठारह कांउटर है। उन्होंने बताया कि आभा पंजीकरण की सफलता को देखते हुए समूचे उत्तर प्रदेश में इसे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है तथा देश में चौथा।
उन्होंने यह भी बताया कि नोएडा के सेक्टर उनतालीस में वेव सी टी सेन्टर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित इस आठ मंजिला अस्पताल में उनतीस जनवरी तक मात्र एक साल में सात लाख पचासी हजार मरीजों का ईलाज सफलता पूर्वक किया गया है। सी एम एस डा रेनू अग्रवाल ने बताया कि इस अस्पताल की सफलता को देखते हुए राजस्थान राज्य के स्वास्थ्य निदेशक ने आभा पंजीकरण को राजस्थान में भी लागू किए जाने पर सहमति जताई है। डाक्टर रेनू अग्रवाल ने कहा कि जिला अस्पताल में सभी प्रकार की बीमारियों का ईलाज अति आधुनिक तरीके से किया जाता है तथा यहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी पिछले महीने नोएडा आकर इस अस्पताल की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए और अधिक सनशाधनो को उपलब्ध कराने पर सहमति जता चुके है।
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