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शिवराज सिंह चौहान ने किया सरस आजीविका मेला का उद्घाटन

शिवराज सिंह चौहान ने किया सरस आजीविका मेला का उद्घाटन
संवाददाता, दिल्ली एनसीआर (ओ पी श्रीवास्तव)।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला-2025 का विधिवत उद्घाटन मंगलवार को किया गया। वर्चुअली माध्यम से जुडे केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह को संबोधित किया। 


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के बडे औद्योगिक शहर नोएडा में केंद्र सरकार के सरस मेले का आयोजन अत्यंत हर्ष एवं गौरव का विषय है। सरकार का लक्ष्य देशभर की महिलाओं को सशक्त स्वाबलंबी एवं उद्यमी बनाने का है। इसके लिए सभी राज्यों के गांवों इनके द्वारा स्वयं सहायता समूह चलाए जा रहे है; मात् शक्ति अब अबला नहीं बल्कि सबला बन चुकी है। आज के इस आयोजन की सफलता की कामना करते हुए मंत्रालय की पूरी टीम एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के भी सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करता हूं; साथ ही देश के कौने-कौने से आई सभी दीदियों को उनकी इस अटूट सफलता के लिए बधाई देता हूं। 

     

इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा कि यहां आकर यह मेला एक मेला ही नहीं बल्कि एक आंदोलन लग रहा है। ऐसे आयोजनों से आज महिला सिर्फ कामगार नहीं बल्कि काम देने वाली बन रही हैं। भारत की आर्थिक प्रगति की नेता हैं। ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि सरस मेलों का यह 5वां संस्करण है, जिसमें 225 स्टॉल तथा एक हजार से अधिक उत्पादों की वैरायटी है। ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने कहा कि आज मेले को हम एक अलग स्वरूप में देख पा रहे हैं, जिसकी हमें अपार खुशी है। जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि हमें खुशी है यह मेला पिछली बार से दोगुनी उपलब्धि हांसिल करेगा। 


इस अवसर पर यहां मंत्रालय के सचिव शैलेष कुमार सिंह, अपर सचिव टी के अनिल कुमार, उप महानिदेशक गया प्रसाद, निदेशक मोली श्री, निदेशक राजेश्वरी, अवर सचिव आलोक जवाहर, राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया, शोध अधिकारी सुधीर कुमार सिंह तथा सुरेश प्रसाद उपस्थित थे। सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया की रात दिन की मेहनत एवं परिश्रम ने इस सरस मेले को ऊंचाईयों पर पहुंचा दिया है। उन्होंने बताया कि मेले ने पांचवें दिन उद्घाटन के साथ ही गति पकड़ ली है। यहां हैंडलूम और हैंडीक्राट उत्पादों की जमकर बिक्री हुई। यह मेला 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक नोएडा हाट सेक्टर 33ए में आयोजित किया जा रहा है। 


इस मेले का उद्देश्य ग्रामीण भारत की समृद्ध शिल्प कला और संस्कृति को शहरी लोगों के साथ जोडऩा है। मेले में महिलाओं के लिए राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ की बैड शीट खास आकर्षण का केंद्र रहीं। ये उत्पाद न केवल सुंदर हैं, बल्कि टिकाऊ और आरामदायक भी हैं। इसके अलावा मेले में 400 से अधिक महिला शिल्पकारों ने अपने हस्तकला और पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया। ये महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और अपने कौशल के जरिए ग्रामीण संस्कृति को जीवंत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी भरपूर आनंद लिया जा रहा है। पांचवें दिन पंजाब के प्रवीन आर्या ग्रुप के कलाकारों ने सुप्रसिद्ध पंजाबी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं, हीटेक इंटरनेशनल स्कूल गाजियाबाद की छात्राओं ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया।


खरीददार को नही मिल रही रसीद 

मेले में आए अधिकांश लोगों की शिकायत है कि सामानों कीमत बाहर बाजार की तुलना में दो गुना से पाच गुना ज्यादा है और दुसरे यहां पर आएं नब्बे प्रतिशत दुकानदार सामानों की रसीद या बिल तक नहीं देते हैं। यही नहीं सामानों पर किसी प्रकार का टैग भी नहीं लगा है जिससे उसकी कीमत तिथि उत्पादन करने वाली संस्था व स्टाल नम्बर मोबाइल नंबर की जानकारी प्राप्त हो सके। यहां तक कि खाद्य पदार्थ जो पैक कर बेची जा रही है उस पर भी मैन्युफैक्चरिंग एवं एक्सपायरी की डेट वेट एवं रेट आदि नहीं अंकित है। संयुक्त सचिव स्वाती शर्मा का ध्यान आकृष्ट किया गया था और उन्होंने इसके अनुपालन किए जाने का भरोसा दिलाया था लेकिन अनुपालन नोएडा हाट में आयोजित सरस आजिविका मेले में नहीं हो रहा है। ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान से पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और इस प्रश्न पर भागते हुए नजर आए।

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