लोन के 5.40 रूपये डकार गया जिला उद्योग केन्द्र का कर्मचारी
यूपी डेस्कः कौशांबी में पुष्पेंद्र पाण्डेय ने जिला उद्योग केंद्र से 10 लाख का लोन कराया लेकिन उनके खाते में सिर्फ 3 लाख 60 हज़ार रुपये ही आए। आरोप है कि बाकी रकम 5 लाख 40 हज़ार जिला उद्योग केंद्र कर्मचारी ने डमी फर्म में डालकर हड़प लिया। अब पीड़ित अपनी बाकि की रकम वापस मांग रहा है तो उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है।
कौशाम्बी के मंझनपुर तहसील क्षेत्र में टेंनशाह आलमबाद के रहने वाले पुष्पेन्द्र पाण्डेय द्वारा जिलाधिकारी को दिये शिकायती पत्र के अनुसार पुष्पेन्द्र एक बेरोजगार युवक है। उसने उद्योग केंद्र में लोन के लिए आवेदन किया था। उद्योग केंद्र में तैनात लिपिक संदीप कुमार ने बताया कि उनकी बहन बड़ौदा ग्रामीण बैंक टेवा में मैनेजर हैं। वह दरवाजा जंगला कारखाना के लिए लोन दिला देंगी। पुष्पेन्द्र का 10 लाख रुपए का लोन मंजूर हुआ।
इसमें से उसे केवल 3.60 लाख रुपए सीसी का पैसा मिला। संदीप कुमार ने एक डमी फॉर्म के जरिए 5.40 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित ने बताया कि जब वह संदीप से अपना बाकी पैसा मांगता है, तो वह उल्टा धमकी देता है। संदीप, उसकी बहन और बहनोई जो जिला अस्पताल में कार्यरत हैं, पीड़ित के घर पहुंचकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। पुष्पेन्द्र ने जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी से जिला उद्योग अधिकारी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
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