हर कोई जानना चाहता है कौन हैं भारत की ये दो बेटियां जिन्होने गर्व से हर भारतीय का सिर ऊंचा कर दिया
यूपी डेस्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना की ओर से किए गए इस हमले में आतंक के सरगना मसूद अजहर के परिवार के दस लोग और उसके करीबी माने जाने वाले 4 लोगों के मारे जाने की खबर है। भारत की इस कार्रवाई को ’ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की ओर से भारतीय सेना की दो जांबाज महिला अधिकारियों ने मीडिया को आपरेश के बारे में जानकारी दी। इसके बाद से इनके नाम की खूब चर्चा हो रही है। ये दो नाम हैं, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह। आइए, आपको बताते हैं कि कौन हैं ये दो महिला अधिकारी।
कर्नल कुरैशी
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म गुजरात के वडोदरा में 1981 में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा वडोदरा से हुई है। इसके बाद उन्होंने गुजरात के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी बड़ौदा से पढ़ाई की। उन्होंने बायोकेमिस्ट्री से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने भारतीय सेना में आने का मन बना लिया। लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने साल 2016 में थाईलैंड में हुए इंटरनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज ‘फोर्स 18′ में भारत की अगुआई की थी। उनके नाम से जुड़ी यह सबसे बड़ी उपलब्धि है।
उनका नाम उस वक्त सुर्खियों में आया और वे एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय दल की अगुवाई करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बनी। आज लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। पूरा देश उन पर गर्व कर रहा है। आपरेशन सिंदूर को सफल बनाकर उन्होने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊचा कर दिया है। सोफिया कुरैशी का परिवार शुरू में छतरपुर जिले के नौगांव में रहा। सोफिया कुरैशी ने पहली से तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई नौगांव के जीडीसी स्कूल से की।
सोफिया का जन्म 1976 में पुणे में हुआ था। जन्म के बाद इनके पिता परिवार को लेकर नौगांव में शिफ्ट हो गये। सोफिया के पिता का पुस्तैनी मकान नौगांव में ही है। सोफिया के पिता ताज मोहम्मद कुरैशी भी सेना में कर्नल थे। जब पुणे से कर्नल ताज मोहम्मद कुरैशी का ट्रांसफर नौगांव हुआ तो वह यहां शिफ्ट हुए। इसके बाद ताज का ट्रांसफर रांची और फिर बड़ौदा हुआ। बड़ौदा में आगे की पढ़ाई करके सोफिया कुरैशी ने आर्मी ज्वाइन किया। सोफिया कुरैशी की शादी सेना में कर्नल तजुद्दीन से हुई है। सोफिया कुरैशी की मां का नाम हलीमा बेगम हैं. वह यूपी हमीरपुर की रहने वाली हैं।
व्योमिका सिंह
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने तो स्कूल के दिनों से ही भारतीय वायुसेना में शामिल होने का मन बना लिया था। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एनसीसी ज्वॉइन कर लिया। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। फिर वायु सेना में भर्ती हो गईं। रिपोर्ट्स की मानें तो विंग कमांडर व्योमिका सिंह सेना में जाने वाली अपने परिवार की पहली महिला हैं। विंग कमांडर व्योमिका सिंह एक कुशल हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिन्होंने कई तरह के विमान उड़ाए हैं और नागरिक सुरक्षा के लिए विषम परिस्थितियों में बचाव कार्यों में हिस्सा लिया है।
व्योमिका ने भारतीय वायु सेना के एक पायलट से शादी की है। साल 2023 में एक निजी चैनल पर चर्चा के दौरान उन्होंने बताया था कि पायलट बनना उनकी नियति थी, जोकि उनके नाम से जुड़ी हुई है। व्योमिका का अर्थ है आकाश में रहने वाली। भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह उन प्रेरणादायक महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदलते हुए देश की सेवा में खुद को समर्पित कर दिया है। बचपन से ही आसमान छूने की ख्वाहिश रखने वाली व्योमिका ने अपने साहस, समर्पण और नेतृत्व क्षमता से भारतीय वायुसेना में एक अलग पहचान बनाई है।
व्योमिका बताती हैं, जब वह कक्षा छह में थीं, तब उन्हें एहसास हुआ कि वह पायलट बनकर आसमान में उड़ेंगी और देश की सेवा करेंगी। दरअसल, क्लास में बच्चे अपने नाम के अर्थ पर चर्चा कर रहे थे। किसी ने उनसे कहा, ’तुम व्योमिका हो, जिसका मतलब है कि तुम आसमान की मालिक हो।’ उसी दिन से व्योमिका ने पायलट बनने का सपना देखना शुरू कर दिया। अपने लक्ष्य की ओर पहला कदम बढ़ाते हुए उन्होंने नेशनल कैडेट कोर जॉइन किया। यहां से उन्हें वर्दी पहनने और सेना से जुड़ने की प्रेरणा मिली। आगे चलकर उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। वह अपने परिवार की पहली सदस्य बनीं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होकर इतिहास रचा। भारत की इन दोनो बेटियों को आज पूरा देश सैल्यूट कर रहा है।
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