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कबीर साहित्य सेवा संस्थान ने पण्डित नेहरू के योगदान को याद किया

कबीर साहित्य सेवा संस्थान ने पण्डित नेहरू के योगदान को याद किया
बस्ती, 27 मई।
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू के 61 वीं पुण्य तिथि पर कबीर साहित्य सेवा संस्थान की ओर से अध्यक्ष मो. सामईन फारूकी के संयोजन में कलेक्ट्रेट परिसर के निकट संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक और साहित्यकार डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत को दुनिया के सामने प्रतिष्ठित करने के साथ ही हमारी अर्थव्यवस्था आगे बढ़ाया। 



वे आधुनिक भारत के निर्माता थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू के शासन में देश ने शून्य से शिखर तक का सफर तय किया। उनके कार्यकाल में देश ने अनेक उपलब्धियां अर्जित कर आधुनिक भारत तक का सफर तय किया। देश को आजाद कराने से लेकर नव निर्माण तक पं. नेहरू का योगदान सदैव याद किया जायेगा। डा. वर्मा ने कहा कि आजाद भारत के सामने अनेक चुनौतियां थी. देश को शिक्षा, सुरक्षा, रोजगार, आधारभूत संरचना, कृषि, उद्योग, सामाजिक उत्थान यानी सभी क्षेत्रों में संरक्षण चाहिए था। पंडित नेहरू ने देश की सभी समस्याओं को एक अवसर में बदलने का काम किया और आज जो भारत हम देख रहे हैं उसकी बुनियाद भी रखी। 


वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ ने कहा कि पंडित नेहरू भारत भूमि के अनमोल रत्न थे, जिन्होंने देश की स्वाधीनता से लेकर इसके नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज भी भारतवासियों के दिल-दिमाग में उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की अमिट छाप अंकित है। पंडित नेहरू ने देश के विकास के लिए लोकतंत्र को अपना मूलमंत्र बनाया और भारत को एक मजबूत आधार दिया। नेहरू जी एक विद्वान लेखक, चिंतक और विचारक भी थे, इसकी झलक उनकी किताब ‘विश्व इतिहास की झलक’ और ‘भारत एक खोज’ में मिलती है। उनका योगदान युगों तक याद किया जायेगा। पं. नेहरू को नमन करने वालों में मुख्य रूप से चन्द्रमोहन लाल श्रीवास्तव, रामभरत, फूलचन्द चौधरी, राम किशोर यादव, राम नरायन यादव, मनीराम यादव, दीनानाथ यादव आदि शामिल रहे। 

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