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परिस्थितियां बदलीं लेकिन पत्रकारों ने सवाल पूछने का साहस नही छोड़ा

परिस्थितियां बदलीं लेकिन पत्रकारों ने सवाल पूछने का साहस नही छोड़ा
बस्ती, 30 मई। हिन्दी पत्रकारिता दिवस की 199 वर्ष की यात्रा गौरवशाली रही है। परिस्थितियां चाहे जैसी हों, कलमकारों ने सत्ता से सवाल पूछने का साहस नही छोड़ा। यह बातें हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर प्रेस क्लब सभागार में आयोजित गोष्ठी में लक्ष्मीनरायन पाण्डेय ने कही। वे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। प्रेस क्लब की ओर से मुख्य अतिथि को वरिष्ठतम पत्रकार का सम्मान देते हुये 11,000 रूपये की नदी धनराशि दी। 


सम्मान से अभिभूत श्री पाण्डेय ने कहा पत्रकारिता स्वाभिमानी क्षेत्र है, यहां आने के बाद व्यक्ति जन सरोकारों से जुड़ जाता है और कमजोर, पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने की हर संभव कोशिश करता है। इसलिये पत्रकार होना अफसोस नही बल्कि गर्व का अनुभव करने वाली बात है। वरिष्ठ पत्रकार कृष्णदेव मिश्र ने कहा उदंड मार्तण्ड अखबार प्रतिकूल परिस्थितियों में बंद हो गया, लेकिन सिलसिला थमने की बजाय और तेज हो गया। आज हम हिन्दी पत्रकारिता के 199 साल पूरे कर रहे हैं। राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा पत्रकारों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है। आचरण ही पत्रकारों का आभूषण है। इसमे गिरावट आने पर हम दूसरों पर उंगली उठाने का साहस नही कर पाते। 


संरक्षक प्रकाश चन्द्र गुप्ता ने कहा बस्ती की पत्रकारिता पूरे प्रदेश में जानी जाती हैं। यहां अनेक पत्रकार हुये हैं जिन्होने विरीत परिस्थितियों में पत्रकारिता कर चोटी के स्तर की पहचान बनाया। जयंत कुमार मिश्रा ने पत्रकारिता दिवस की बधाइयां देते हुये पत्रकारों का आवाह्न किया कि वे अपने अग्रजों का सम्मान करें और पत्रकारिता के आदर्शों पर चलने की कोशिश करें। सरदार जगवीर सिंह ने कहा पत्रकारो को मिलने वाली सुविधाओं में कमी करने की बजाय सरकार को इसे और विस्तार देना चाहिये। डा. वी.के. वर्मा ने काव्य पाठ के जरिये अपनी शुभकामनायें दी और साथी पत्रकारों का मान बढ़ाया। वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप चन्द्र पाण्डेय ने कहा बदले जमाने में पत्रकारों को पेशेवर होना पड़ेगा। 


सरकार ने अपने मीडिया संस्थान बना लिये हैं। सभी पार्टियों के अपने धर्मगुरू हैं। पत्रकारों से ही आदर्श की उम्मी क्यों की जा रही है। पत्रकार भी इसी समाज का हिस्सा है। पत्रकारों पर उंगली उठाने से पहले समाज के भी विकृत रूप को एक बार गौर देखना होगा। किसी को भ्रम पालने की जरूरत नही है। सबकुछ पेशागत हो गया है इसलिये पत्रकारिता भी पेशे का रूख कर चुकी है। प्रेस क्लब महामंत्री महेन्द तिवारी ने कहा सभी साथियों के सहयोग से प्रेस क्लब निरन्तर समृद्ध व सुविधासम्पन्न हो रहा है। आने वाले दिनों में पत्रकार हितों को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाये जायेंगे। 


पत्रकारिता दिवस पर आयोजित गाष्ठी को अवधेश द्विवेदी, संजय द्विवेदी, टीबी सिंह, आलोक त्रिपाठी, सिद्धेश सिन्हा, कौशल किशोर श्रीवास्तव, प्रचीण कुमार श्रीवास्तव, डा. रामकृष्ण लाल जगमग, चन्द्र प्रकाश शर्मा, चन्द्रमोहन लाल श्रीवास्तव, पुनीत दत्त ओझा, मजहर आजाद आदि ने भी अपने विचार साझा किये। प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय ने कार्यक्रम कां सचालन करते हुये कहा पत्रकार हित और प्रेस क्लब का उत्थान सर्वोपरि है।  


अनुराग कुमार श्रीवास्तव, राघवेंद्र प्रसाद मिश्र, राकेश चंद्र श्रीवास्तव रामकुमार, लवकुश सिंह, तबरेज आलम सुनील कुमार जयंत कुमार मिश्रा डॉक्टर अजय किशोर श्रीवास्तव, हरि ओम प्रकाश विपिन बिहारी त्रिपाठी सैयद जीशान रिजवी, देवेंद्र पांडेय विजय कुमार श्रीवास्तव, वीरेंद्र सिंह, राजेश मिश्रा विजय द्विवेदी, दिनेश सिंह ,जितेंद्र कुमार सुनील सोनी ,बलराम चौबे बिजेंद्र पांडे ,अवधेश कुमार श्रीवास्तव ,प्रवीण श्रीवास्तव, वीरेंद्र कुमार शुक्ला ,राजेश कुमार पांडेय, इमरान अली, सर्वेश श्रीवास्तव सुभाष चंद्र पांडेय,विवेक कुमार मिश्रा, अनिल कुमार पांडेय, राकेश गिरी, सरदार जगबीर सिंह, सोहन सिंह शहंशाह आलम, अजय कुमार श्रीवास्तव, अमर वर्मा, 


सुनील जायसवाल, महेन्द्र सिंह, कलीम अनिल कुमार भेलखा, सुनील उपाध्याय, जयप्रकाश यादव ,अभिनव कुमार दुबे, संदीप गोयल, श्री प्रकाश श्रीवास्तव ,दिलीप चंद्र पांडेय, संजय विश्वकर्मा, स्कंद शुक्ला, संजय शुक्ला, रामधीर, ब्रह्म सेवक पांडेय,पुनीत दत्त ओझा ,जितेंद्र कुमार, राहुल पटेल, अनिल श्रीवास्तव, बबुन्द, यादव पारसनाथ मौर्य, धर्मेंद्र कुमार पांडेय, जयप्रकाश उपाध्याय अजीत कुमार श्रीवास्तव, सर्वजीत सिंह, दिलीप सिंह, संतोष श्रीवास्तव ,अनिल कुमार सिंह, वसीम अहमद, कौशल किशोर ओझा, सुरेश कुमार सिंह गौतम, अमर सोनी,, विश्राम प्रसाद हितेश कुमार, अजय कुमार श्रीवास्तव ,आशुतोष नारायण मिश्र मनोज कुमार यादव, वीर कुमार तिवारी, अश्वनी कुमार शुक्ला ,सुभाष चंद्र शुक्ला, राधेश्याम दुबे, सुभाष पांडेय, रचना दुबे, आनंद कुमार गुप्ता ,प्रवीण कुमार पांडे अब्दुल करीम प्रवीण पांडेय आदि उपस्थित रहे।


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