लालगंज पुलिस ने एसपी का आदेश भी डस्टबिन में डाल दिया
बनकटी, बस्ती (बीपी लहरी) पुलिस अधीक्षक के आदेश के दो सप्ताह बीतने पर भी लालगंज पुलिस ने गुनहगारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं किया। थाना क्षेत्र के ग्राम जयपुर निवासी विनोद कुमार पाण्डेय पुत्र सुरसरी प्रसाद ने 04 जुलाई को पुलिस अधीक्षक को दिये गये प्रार्थना पत्र में लिखा है कि वे प्रधानमंत्री योजना से प्राप्त आवास बनवाकर गुजर बसर कर रहे है।
आवास के सामने पूरब तरफ सहन है जो पिलर और बाउंड्री वाल से घिरा हुआ है। उनके पट्टीदार प्रहलाद पान्डेय, अरविन्द, अखिलेश्वर पान्डेय व श्रवण पान्डेय पुत्र गण राघव राम पाण्डेय ने सहन की जमीन को अवैध कब्जा करनेकी नीयत से 23 मई 2025 को संगठित होकर बाउंड्री वाल पिलर आदि को ना सिर्फ तोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया बल्कि अपने मकान का गेट भी सहन में जबरन निर्माण करा लिया। हल्का लेखपाल ने शिकायत को सही मानकर पुष्टि भी किया है। विपक्षियों द्वारा 02 जुलाई 2025 को घर में घुसकर हमें मारपीट कर घायल कर दिया है।
पीड़ित ने यह भी बताया कि इसके पहले जून माह में भी एक शिकायत उस वक्त आनलाइन किया था जब गेट और पीलर तोड़ने की विपक्षियों द्वारा साजिश की जा रही थी। इसमें थाने के सिपाही रोहित यादव ने फर्जी आख्या भेजकर शासन प्रशासन को गुमराह किया है। पीड़ित का आरोप है कि विपक्षी प्रहलाद पुलिस विभाग की नौकरी करते हैं जिसके प्रभाव व साजिश में होकर लालगंज पुलिस मामले में न सिर्फ दोहरी मानसिकता अपना रही है बल्कि उन पर सुलह कराने की भी साजिश रच रही है।
आरोपों के सम्बन्ध में थानाध्यक्ष लालगंज शशांक शेखर राय से जब यह पूंछा गया कि मामले में पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश चार जुलाई को दिया है परन्तु दो सप्ताह बीतने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो उन्होंने बड़े नाटकीय ढंग से अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि मामला दर्ज हो जायेगा। सनद रहे लालगंज पुलिस की कार्यप्रणाली किस कदर बिगड़ चुकी है। यह किसी से छिपा नहीं है। जानकर तो बताते हैं कि जब से शंशाक शेखर राय ने थाने की कमान संभाली है तब से थाने में पैसा फेंको तमाशा देखो जैसा जंगलराज का माहौल कायम हो गया है। जिसकी अनदेखी विभाग के हुक्मरानों द्वारा किया जा रही है।
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