ओमवीर हॉस्पिटल के संचालक ने की निष्पक्ष जांच की मांग, कहा धनउगाही से बंचाये प्रशासन
बस्ती, 20 जुलाई। कैली रोड स्थित ओमवीर हॉस्पिटल के संचालक डा. एन.के. चौधरी ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़न्त बताते हुये अपनी सफाई दी है। डा. चौधरी पर नगर थाना क्षेत्र के मरहा निवासी एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि इलाज में लापरवाही के चलते उनके पिता की मौत हो गई।
इस संदर्भ में कोतवाली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिये पीड़ित पक्ष ने तहरीर भी दिया है। डाक्टर एन.के. चौधरी ने हैरानी जताते हुये कहा कि मरीज के इलाज में किसी किस्म की लापरवाही नही हुई है। केवल संदर्भित मामले में ही नही अस्पताल में इलाज के लिये आने वाले किसी मरीज के इलाज में लापरवाही नही की जाती है। उन्होने कहा विभिन्न मामलों के जानकारों के साथ साथ वे खुद ही स्थितियों पर नजर रखते हैं। जहां तक सम्बन्धित मरीज की बात है, आरोप लगाया गया है कि आपरेशन के बाद टांका नही लगाया गया जिससे मरीज की हालत खराब हुई।
जबकि फैसियोटॉमी में टांका नही लगाया जाता है। मरीज के परिजन को आपरेशन थियेटर में बुलाकर घाव दिखाया गया और बताया गया कि गंदा खून निकालने का रास्ता बना दिया गया है। उस वक्त कोई ब्लीडिंग नही हो रही थी। 17 जुलाई की रात करीब 11.30 बजे मरीज की हालत बिगड़ने पर बगैर कोई समय गंवाये मरीज को अटेन्ड किया गया। ब्लड की भी व्यवस्था की गई थी जिसके चढ़ाने की प्रक्रिया चल रही थी। परिजनों द्वारा यह कहना कि मृत्यु के बाद भी अस्पताल में इलाज चलता रहा बिलकुल गलत है। करीब 45 मिनट तक स्टैबलाइज करने के बाद एम्बुलेंस में ऑक्सीजन लगाकर मरीज को हायर सेन्टर रिफर किया गया।
आरोप यह भी है डा. अर्चना चौधरी ने पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी। यह पूर्णतया झूठ है। डा. चौधरी ने कहा बेबुनियाद और मनगढ़न्त आरोप लगाकर उनकी और अस्पताल की छबि खराब की जा रही है। मीडिया में खबरे चलवाकर, कुछ राजनीतिक लोगों का इस्तेमाल कर धन उगाही की कोशिश की जा रही है। डाक्टर ने दावा किया है कि अस्पताल में मौजूद सीसीटीवी की रिकार्डिंग खुद हर आरोप का जवाब है। उन्होने कहा जांच को तैयार हैं और हर तरह से जाचं में सहयोग करेंगे लेकिन बेवजह किसी की छबि खराब करने के मामले में सामने वाले को भी सतर्क रहना चाहिये।
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