गंभीर घायल बंदर की जान बचाकर चौकी इंचार्ज ने पेश की मानवता की मिसाल
The police station in-charge set an example of humanity by saving the life of a seriously injured monkey.
बस्ती, 11 अक्टूबर। पुलिसिंग मे मानवता भी हो तो अपराधों पर अंकुश लगाना काफी आसान हो जायेगा। ऐसे अनेक उदाहरण आते हैं जिसमे खाकी के भीतर छिपा इंसान जाग उठता है और लोग उसे सैल्यूट करने को मजबूर हो जाते हैं। ताजा मामला बस्ती शहर का है। यहां रौता चौकी पर तैनात प्रभारी अरविन्द राय ने मानवता की ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी चर्चा हो रही है और लोग उन्हे धन्यवाद दे रहे हैं।
दरअसल मालवीय रोड पर ब्राह्मण महासभा के निकट एक बंदर को कुत्तों ने काटकर घायल कर दिया। घायल बंदर लोहे की सीढ़ी से चढ़कर ऊपर टिनेशड में जाकर छिप गया। कुछ लोग जो बंदर की जान बंचाना चाहते थे उन्होने चौकी प्रभारी को फोन करके घटना की जानकारी दी। चौकी इंचार्ज बगैर कोई देरी किये घटनास्थल पर पहुंच गये। उन्होने वन विभाग को जानकारी दी, बताया गया ये जिम्मेदारी नगरपालिका की है। चौकी इंचार्ज ने तत्काल नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी अंगद गुप्ता से संपर्क किया। उन्होने मामले को गंभीरता से लिया और उन्होने पशु चिकित्साधिकारी डा. सीमा भारती को निर्देश दिया।
सीमा भारती ने तत्काल तत्काल रिस्पांस दिया गया और एक डॉक्टर को मौके पर भेजा। घायल बंदर को पकड़ने मे वे डर रहे थे। स्थानीय लोग भी मौके पर इकट्ठा थे। इस बात की आशंका थी कि घायल बंदर के अलावा आसपास से घटना पर नजर रख रहे बंदरों का झुंड उन पर हमला कर सकता है। लेकिन चौकी इंचार्ज ने सभी को हिम्मत दी और कहा मै आपके साथ हूं, जब तक खुद गंभीर घायल नही हो जाऊंगा यह स्थान नही छोड़ूंगा। फिलहाल हिम्मत करके लोगों ने रेस्क्यू कर बंदर को पकड़ लिया। डाक्टर ने उसका इलाज किया। बाद में वन विभाग के कर्मचारियों को बुलाकर बदर को उनकी सुपुर्दगी मे दिया गया। चौकी इंचार्ज की सक्रियता एक मिसाल बनी है, दूसरों को भी इस प्रकरण से सीख लेनी चाहिये। लोग उन्हे साधुवाद दे रहे हैं।
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