विवादित मकान पर कब्जा करने मे मददगार बनी पुलिस,
पीड़ित ने एसपी से मांगा इंसाफ
बस्ती, 05 दिसम्बर। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के गोड़सरा गांव निवासी रामलाल पुत्र गयादत्त ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुये न्याय की गुहार लगाया है। पीड़ित रामलाल का कहना है कि वे खुद के द्वारा बनवाये मकान में 20 साल से रह रहे हैं। विपक्षी कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रमदेइया निवासी गिरीश कुमार पुत्र जयराज ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर उक्त मकान में हक जताना शुरू कर दिया है।
इस मामले का वाद सिविज जज सीनियर डिवीजन न्यायालय में विचाराधीन है। इसी बीच विपक्षी ने मकान पर कब्जा करने की नीयत से चौकी इंचार्ज राकेश कुमार मिश्रा व एसआई ओमप्रकाश पासवान से मिलकर उनकी मौजूदगी मे 03 दिसम्बर को रामलाल के घर का ताला तोड़ दिया और घर मे घुस गये। इतना ही नही निकास का एक द्वार भी कच्ची चिनाई करवाकर बंद कर दिया और घर का सामान बाहर फेंकवा दिया। घटना के वक्त रामलाल घर पर मौजूद नही थे।
घर में जबरिया घुसने व सामान फेंकने मे गिरीश कुमार, उनकी पत्नी, बहनें व कुछ अज्ञात पुरूष मददगार थे। स्थानीय पुलिस को मुकदमे का कागज दिखाया गया तो उसे रद्दी कहकर फेंक दिया गया। रामलाल का कहना है कि पुलिस स्थानीय पुलिस पक्षकार बनकर कार्य कर रही है। घर में कब्जा दिलाने के बाद उन्हे दुबौला चौकी पर बुलाया गया और जबरदस्ती एक समझौते पर हस्ताक्षर करा लिया गया कि दोनो पक्ष दौरान मुकदमा यथा स्थिति बनाये रखेंगे।
रामलाल का आरोप है कि यह सब एक साजिश के तहत हुआ है। विपक्षी के पास लाइसेंसी असलहा है वह किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। उन्होने उचित व न्यायसंगत कार्यवाही की मांग किया है। पूरे मामले में कप्तानगंज थानाध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव ने पीड़ित रामलाल को ही दोषी बताया और कहा पहले उस मकान मे एक बुजुर्ग महिला रहती थी, उसके निकालकर ये जबरदस्ती घुस गये थे। उन्होने कहा यथास्थिति बनी रहेगी, कोर्ट के निर्णय पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।








































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