मीडिया दस्तक न्यूज़, बस्ती। लोकसभा चुनाव का प्रचार अब अंतिम दौर मे है। आखिरी तीन दिनों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिये नेता हर तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। मसलन साम दाम दंड भेद सकुछ। ताजा मामला बस्ती का है। यहां सदर के ब्लाक प्रमुख राकेश श्रीवास्तव जो सांसद हरीश द्विवेदी के बेहद करीबी माने जाते हैं, उन्होने ग्राम प्रधानों और सफाई कर्मचारियों की एक बैठक बुलाई।
उन पर बूथ जिताने की दबाव बनाया। खबर ये भी है कि जो नही माने उन्हे दूसरे तरीकों से भी सही करने की कोशिश की। इसी बीच एक मामला बंद कमरे से बाहर आ गया। दरअसल ब्लाक प्रमुख जब मीटिंग में प्रधानों और सफाई कर्मचारियों को हड़का रहे थे उस वक्त उनके कुछ सहयोग वीडियो बना रहे थे। शायद इसलिये कि वे अपने नेता को दिखा सके। एक सफाईकर्मी जिसका नाम सोमईराम है और उसकी प्रधान है। वह भी वीडियो बनाने लगा। सोमईराम का आरोप है वीडियो डिलिट कराने के लिये राकेश श्रीवास्तव के समर्थन उसे जातिसूचक गालियां देते हुये जूते से मारने लगे। सोमईराम ने मीडिया को दिये बयान में कहा कि ग्राम विकास अधिकारी हीरा सिंह के ने फोन करके ब्लाक मुख्यालय पर बुलवाया।
करीब 10 बजे उसे प्रमुख के कक्ष में मुझे बुलाया गया और यह कहते हुये कि तुम्हारी पत्नी ग्राम प्रधान है वहाँ बूथ भाजपा के पक्ष में जिताना है। सोमईराम ने कहा ने कहा कि हम सरकारी कर्मचारी है ऐसा नहीं कर सकते। इतना सुनते ही ब्लाक प्रमुख खफा हो गये, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुये जूते से मारने लगे और धमकी दिये कि 4 जून के बाद गला रेत कर जान से मार देंगे। फिलहाल लोगो ने बीच बचाव कर बाहर निकाला। सोमईराम का कहना है कि राकेश श्रीवास्तव व उनके आदमी उस पर कभी भी जानलेवा हमला करवा सकते है। सोमईराम ने डीपीआरओ बस्ती, सीडीओ बस्ती, जिलाधिकारी बस्ती, एपी बस्ती, मण्डलायुक्त बस्ती, आईजी बस्ती, अनुसूचित जातिध्जनजाति आयोग के अध्यक्ष को शिकायती पत्र भेजकर सख्त कार्यवाही की मांग किया है।
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