यूपी में दिग्गजों की शर्मनाक हार, इंडिया गठबंधन ने दी शिकस्त
यूपी डेस्कः जिस राज्य से भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा उम्मीद थी वहीं से सबसे ज्यादा निराशा मिली है। हम बात कर रहे हैं यूपी की। यहां भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ है। एनडीए गठबंधन 29 सीटों पर आगे है। जबकि इंडिया गठबंधन 39 सीटों पर बढ़त बनाये हुये है। सबसे बड़ी बात ये है कि मोदी कैबिनेट के 6 मंत्रियों की करारी हार हुई है।
इनमें अजय मिश्र टेनी, स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, भानु प्रताप वर्मा, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति और कौशल किशोर शामिल हैं। अगर पार्टीवाइज देखा जाए तो भाजपा 32, सपा 38, कांग्रेस 6, रालोद 2, अपना दल 1 सीट पर जीत की ओर है या जीत चुकी है। बसपा 2014 की तरह फिर से शून्य पर सिमट गई। अयोध्या के जिस राम मंदिर को भाजपा ने पूरे देश में मुद्दा बनाया था, उसी अयोध्या में 10 साल बाद भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह 40 हजार वोटों से हार गए। 2019 में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी केएल शर्मा से 1 लाख वोटों से हार गई। नगीना सीट से चंद्रशेखर ने जीत हासिल की है।
आजमगढ़ से दिनेश लाल निरहुआ और सुल्तानपुर से मेनका गांधी भी चुनाव हार गई हैं। काशी से पीएम मोदी 1 लाख 52 हजार 513 वोट से जीते हैं। लेकिन इंडिया गठबंधन के अजय राय से उनकी जीत का अंतर काफी कम रहा। उनकी यह जीत 2014 और 2019 की तुलना में छोटी है। यादव परिवार की बात करें, तो कन्नौज से अखिलेश, आजमगढ़ से धर्मेंद्र, मैनपुरी से डिंपल और फिरोजाबाद से अक्षय चुनाव जीत गए हैं। सिर्फ बदायूं से शिवपाल के बेटे आदित्य यादव पीछे चल रहे हैं। चुनावी नतीजों के बीच राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- यूपी की जनता से संविधान बचाने का काम किया। यूपी में शानदार जीत दिलाने में प्रियंका मेरी बहन का बहुत योगदान है लेकिन वह पीछे छिपी हुई है।
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