अपहरण कांड को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे विधायक महेन्द्रनाथ यादव की तबियत बिगड़ी
लेकिन मुख्य अभियुक्त के रूप में भाजपा नेता के बेटे आदित्य विक्रम सिंह का नाम आया था उसे गिरफ्तार करने में पुलिस नाकाम रही है। घटना को लेकर पब्लिक में गुस्सा है वहीं समाजवादी पार्टी के तीन विधायक शास्त्री चौकर 4 दिन से धरना दे रहे हैं। ये धरना मंगलवार से भूख हड़ताल में तब्दील हो चुकी है। इसी बीच सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव की तबियत अचानक बिगड़ गई। एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं, विधायक का इलाज चल रहा है। पकड़े गये अभियुक्तों ने इतना कबूल किया है कि अपहरण के बाद मोहित यादव को चंगेरवा गांव ले जाया गया था, वहां उसे मारा पीटा गया था। इसके बाद वह कहां है उन्हे नही मालूम।
दूसरी ओर घटना के 5 दिन बीतने के बाद पुलिस भी मान रही है कि मोहित यादव की हत्या हो चुकी होगी। यही कारण है कि पुलिस अफसर गोताखोरों की मदद से कुआनो नदी में लाश ढूढ़ रहे हैं। आपको बता दें मामला 12 जुलाई दोपहर 12 बजे का है। मोहित यादव मोहल्ले में किराये के मकान में था तभी 10-15 बदमाश उसके आवास पर पहुंचे। कुछ बाहर तो कुछ कमरे के भीतर दाखिल हुए। उन्होने मोहित को पहले पीटा। इसके बाद उसे बाइक पर उठाकर चले गए। मामले में शुरू से ही पुलिस की निष्क्रियता सामने आ रही है। बताया जा रहा है घटना के शुरूआती दौर में मुख्य अभियुक्त भाजपा नेता की सरपरस्ती में था, लेकिन उस वक्त पुलिस दबिश नही दे पाई। इस वक्त वह कहां है कुछ नही पता है। फिलहाल पुलिस की भद पिट रही है और उसकी नाकामियों की जगह जगह चर्चा हो रही है।
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