नदी की कटान से ग्रामीण भयभीत, प्रदर्शन कर प्रशासन को कराया जिम्मेदारी का अहसास
Villagers scared of river erosion, demonstrated and made the administration realize the responsibility
मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था यदि प्रशासन ने पहले चेता होता तो आज यह नौबत नहीं आती और हमें अपनी सुरक्षा में इधर-उधर नहीं भागना पड़ता। कटान के चलते यहां के लोग अपना घर जमीन छोड़कर पलायन कर रहे हैं, कुछ लोग तो अपना बना बनाया मकान खुद ही तोड़ रहे हैं और मकान से जरूरी सामान निकाल रहे हैं, मदरहवा में दो ग्रामीणों का छप्पर का मकान नदी में विलीन हो गया है। ग्रामाण अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर रामजानकी मार्ग पर घंटो डंटे रहे। मार्ग जाम किए जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करने लगी, लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि जबतक डीएम नहीं आएंगे तब तक जाम नहीं हटेगा।
मौके पर पहुंचे एसडीएम व स्थानीय विधायक
मार्ग जाम किए जाने की जानकारी होने पर एसडीएम सदर शत्रुघन पाठक मौके पर पहुंचे। उन्होने स्थानीय विधायक दूधराम से भी बात की, जिसके बाद विधायक ने सीडीओ से बात कर यथा स्थिति से अवगत कराया, एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि जब तक समस्या का निस्तारण नहीं हो जाता है, तब तक वह ग्रामीणों के साथ ही रहेंगे। इसके बाद ग्रामीण मान गए और जाम को हटा लिया।
आज यह नौबत नहीं आती
बता दें कि तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन ने ग्रामीणों की सुरक्षा की दृष्टि से भूमि को चिंहित किया था, लेकिन तहसील प्रशासन की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को भूमि आवंटित नहीं हो सकी है।












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