पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान और उनके परिवार का उत्पीड़न बंद कराने की मांग
बस्ती, 14 अगस्त। बुधवार को समाजवादी पार्टी नेता एवं उ.प्र. अल्पसंख्यक वित्तीय विकास निगम के पूर्व निदेशक अब्दुल गफ्फार के नेतृत्व में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। मांग किया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान, उनकी पत्नी तजईन फात्मा, पुत्र अब्दुल्ला आजम खां पर लगाये गये झूठे आरोपों को संज्ञान में लेते हुये उनके परिवार का उत्पीड़न बंद कराकर आरोपों से मुक्त कराया जाय।
ज्ञापन सौंपने के बाद अब्दुल गफ्फार ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ राजनीतिज्ञ मोहम्मद आजम खाँ पर जनपद रामपुर के प्रशासन द्वारा लगभग 180 फर्जी, झूठे एवं निराधार मुकदमें लगाए गए हैं तथा द्वेष की भावना से प्रशासन एवं पुलिस को सांठ-गांठ व मिली भगत से सरासर फर्जी एवं मनगदंत मुकदमों में सजा दिलाई जा रही है। खेद का विषय है कि शासन एवं प्रशासन की यह द्वेषपूर्ण एवं बदले की कार्यवाही मोहम्मद आजम खाँ के पूरे परिवार के खिलाफ की गई है। उनकी सेवानिवृत प्रोफेसर पत्नी श्रीमती तजईन फात्मा के विरूद्ध भी इसी प्रकार के झूठे एवं फर्जी मुकदमें लगाये गये हैं। प्रोफेसर तजईन फात्मा राज्य सभा एवं उ०प्र० विधान सभा को सदस्य भी रह चुकी है।
यही नहीं आजम खाँ के पुत्र अब्दुल्ला आजम खां जो कि जनपद रामपुर के स्वार टाण्डा विधान सभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने जा चुके हैं, पर भी फर्जी एवं झूठे मुकदमें कायम किये गये हैं। सपा के जिला उपाध्यक्ष जावेद पिण्डारी ने कहा कि मोहम्मद आजम खां दो साल से अधिक की जेल की यातना पूर्व में भुगत चुके हैं, अभी भी लगभग 11 महीने से जेल में हैं। प्रोफेसर तजईन फात्मा भी लगभग दो साल की जेल की यातना भुगत चुकी हैं एवं उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खां जेल में हैं। राजनीतिक विद्वेष बश आजम खां के परिवार पर साजिशन जुल्म ढाया जा रहा है। इसे बंद कराया जाय। राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने वालों में मुख्य रूप से राम सिंह यादव, नदीम अंसारी, गुड्डू खान, अरविन्द सोनकर, भोला पाण्डेय, युनूस आलम, रहमान सिद्दीकी, मो. हारिश, याकूब के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
Post a Comment
0 Comments