घटिया किस्म की ईंट से निर्माण देख भड़के डीएम
DM got angry after seeing construction using low quality bricks
बस्ती 02 जनवरी। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने मड़वानगर स्थित पेयजल टंकी तथा निर्माणाधीन कस्तूरबा बालिका विद्यालय एवं बी पैक्स बागडीह एट महसिन पीसीएफ क्रय केन्द्र साऊघाट का निरीक्षण किया। पेयजल टंकी के निरीक्षण में उन्होने पाया कि नींव का कार्य चल रहा है तथा स्थल पर गड्ढे के चारों ओर बल्ली और टेप का फेंस है।
इस स्थिति पर सुरक्षा के दृष्टिगत उन्होने संबंधित को निर्देशित किया कि टेप के स्थान पर जाली लगायें तथा खुले छोर पर आवागमन के दृष्टिगत मोबाइल बैरियर लगायें, ताकि कोई गलती से गड्ढे में ना गिरे। कार्यदायी संस्था के संबंधित अधिकारी ने बताया कि पेयजल परियोजना जनपद की सबसे बड़ी परियोजना है, इसकी टंकी 650 किलोलीटर की होगी। सितम्बर तक परियोजना को पूर्ण करने का लक्ष्य है, परन्तु यथाशीघ्र अप्रैल तक ही कार्य पूर्ण हो जाने की संभावना है। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा विद्यालय साऊघाट में कार्य की प्रगति को देखा तथा निर्माण में प्रयोग हो रही ईंटों का स्वयं साउण्ड टेस्ट एवं ड्राप टेस्ट किया।
उन्होने पाया कि ईंट की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। इस स्थिति पर उन्होने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि तत्काल ईंट बदलवाना सुनिश्चित करें। उन्होने ठेकेदार के प्रतिनिधि को सचेत किया कि यह एक आवासीय विद्यालय है, जिसमें 24 घण्टे बालिकाएँ रहेंगी। गुणवत्ता पर अनदेखी की पुनरावृत्ति हुई, तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। पीसीएफ क्रय केंद्र साऊघाट के निरीक्षण में उन्होने पाया कि धान क्रय केंद्र एवं उर्वरक विक्रय केंद्र दोनों है। धान क्रय में लक्ष्य का लगभग 80 प्रतिशत क्रय इस केंद्र के द्वारा कर लिया गया है। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि जनपद स्तर पर लक्ष्य का 64 प्रतिशत क्रय हो गया है, एवं भुगतान 96 प्रतिशत कृषकों को हो चुका है। मिल को प्रेषण में अभी मार्केटिंग विभाग सबसे पीछे है, क्योंकि उनका लक्ष्य अन्य संस्थाओं से अधिक है। यथाशीघ्र इस कमी को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
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