छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या
Journalist Mukesh Chandrakar brutally murdered in Bijapur, Chhattisgarh
नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या कर दी गई। चन्द्राकर ने सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया था। इस मामले का खुलासे करते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिनमे दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके शामिल हैं। इसमें 2 आरोपी पत्रकार के चचेरे भाई हैं। पुलिस ने एक अन्य रिश्तेदार सुरेश चंद्रवंशी को भी आरोपी बनाया है, लेकिन वो फरार है।
पोस्टमॉर्टम में पता चला कि पहले पत्रकार का गला दबाया गया। बाद में सिर पर कुल्हाड़ी मारी गई। इससे सिर में ढाई इंच घाव हो गया। पोस्टमॉर्टम के बाद मुकेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुकेश की हत्या के विरोध में पूरे प्रदेश में गुस्सा देखा गया। दिनभर प्रदर्शन होते रहे। इस बीच सरकार ने जांच के लिए आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी बनाई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 100 करोड़ से ज्यादा लागत की एक सड़क के निर्माण में घपले को लेकर मुकेश ने लगातार खबरें की थीं।
इस सड़क का काम उसके दूर के रिश्तेदार को ही मिला था। इन खबरों से ठेकेदार नाराज था। मुकेश, 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से घर से लापता थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस लगातार मुकेश का फोन ट्रेस कर रही थी। फोन बंद था, लेकिन लास्ट लोकेशन आसपास दिख रही थी। मुकेश की लास्ट लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में दिखी। पुलिस ने इसी के आधार पर जांच की। 03 दिसम्बर को तलाशी के दौरान रितेश चंद्राकर का फार्म हाउस दिखा। यहां बैडमिंटन कोर्ट है। जब पत्रकार पुलिस के साथ लोकेशन पर पहुंचे, तो पुरानी सैप्टिक टैंक में मुकेश की लाश सैप्टिक टैंक से ही मिली। आरोपियों के ठिकाने को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया है।
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