नगर के राजा राजा उदय प्रताप नारायण सिंह के बारे में जानने के लिये भ्रमण पर निकलीं छात्र छात्रायें
बस्ती, 28 फरवरी। आज बी डी ग्लोबल एकेडमी अक्सड़ा की छात्र छात्रायें शैक्षिक भ्रमण पर निकलीं। वे कुशल अध्यापकों के मार्गदर्शन में बस्ती मुख्यालय से करीब आठ किलोमीटर दूर बस्ती कलवारी रोड पर स्थित नगर पहुंचे। यहां राजा उदय प्रताप नारायण सिंह के जीवन के बारे में गहराई से जानकारी की और उनके जन्मस्थल का दर्शन किया।
राजा उदय प्रताप नारायण सिंह को गुरिल्ला युद्ध में महारत हासिल थी। उन्होने 1857 में अपने जीजा अमोढ़ा नरेश राजा जालिम सिंह के साथ मिल कर फैजाबाद से गोरखपुर की तरफ बढ़ रहीं अंग्रेजी सेना का डट कर मुकाबला किया, और ब्रिटिश सैनिको को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन किसी तरह से बचे एक सैनिक ने गोरखपुर में ब्रिटिश हुकूमत को इसकी जानकारी दे दी, जिससे अंग्रेजी सैनिकों ने 29 अप्रैल 1857 को कर्नल राक़ाप्ट के नेतृत्व में नगर किले पर आक्रमण कर दिया और किले को बारूद और तोपों से नष्ट कर दिया। राजा को बन्दी बना कर गोरखपुर ले गए, जहां उन पर केस चलाया गया और अंग्रेज अधिकारियों ने उन्हें अंग्रेज सैनिकों को मारने के जुर्म में फांसी की सजा सुनाई।
लेकिन राजा साहब ने अग्रेजों के हाथों अपमानित होकर मरने के बजाय उन्होंने पहरेदार के राइफल की संगीन को अपने सीने में उतारकर मौत को गले लगा लिया। किले के अवशेष आज भी वहां मौजूद हैं। उनके वंशज आज भी नगर के निकट पोखरनी गांव में रहते हैं। उनके वंशज आर्नेश प्रताप सिंह बताते हैं कि हमें अपने पूर्वज पर गर्व है और अभी भी उनसे जुड़ी सामग्री बतौर निशानी और धरोहर के रूप में रखे हैं ताकि आने वाली पीढ़ियां भी उनके त्याग और बलिदान को याद कर सके। छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन करने वाली टीम में प्रिंसिपल डा. डा. अतुल त्रिपाठी, दिनेश द्विवेदी, अर्चना पाण्डेय, अखिलानंद यादव, जगराम यादव आदि शामिल थे। एकेडमी के प्रबंधक इंजी. श्यामलाल चौधरी ने छात्र छात्राआेंं का हौसला बढ़ाया।
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