गला दबाकर की प्रेमिका की हत्या, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
बस्ती, 22 मार्च। पैकोलिया थाने की पुलिस, एसओजी टीम ने नाबालिग लड़की की हत्या के मामले का खुलासा करते हुये अभियुक्त को 24 घंटे के अंदर दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्त नगर थाना क्षेत्र के पकड़ी मिश्राइन गांव का सूरज उर्फ अजीत पुत्र कृष्ण कुमार है। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोप है कि अभियुक्त ने लड़की की हत्या कर लाश नदी में फेंक दिया था।
पुलिस टीम ने उसे मोइली हड़ही तिराहे से गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल की गई वैगनार कार को भी बरामद किया। गवाहों के बयान व शव की बरामदगी के आधार पर मुकदमे में धारायें बढ़ाते हुये वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
घटना का संक्षिप्त विवरण
पैकोलिया को लड़की की मां ने तहरीर देकर बताया था कि उनकी 17 वर्षीय बेटी को सूरज शादी करने की नीयत से बहला फुसला कर कहीं लेकर चला गया है, काफी खोजबीन किया परन्तु कुछ पता नहीं चल रहा है। इस सम्बन्ध में पैकोलिया द्वारा कार्यवाही प्रचलित थी। इसी बीच नगर थाना अंतर्गत मनोरमा नदी में ग्राम कैथवलिया के समीप अपहृता का शव बरामद हुआ।
अभियुक्त की सुनिये
मेरे मामा का घर ग्राम पटना थाना पैकोलिया में है। वहीं मृतका का घर भी है। करीब 8 महिने पहले मै मृतका से वही मिला था। तभी से हम लोग बात चीत करते थे। बीते 18 मार्च को मै मुम्बई जाने वाला था, कि मृतका ने मुझे फोन करके कहा कि मुम्बई जा रहे हो एक बार मिल लो। मैने कहा की आज मै हड़ही बाजार मे आ रहा हूँ वही पर आओ। अपने गांव के बृजेश भईया की बैगनार कार को लेकर अकेले ही लेकर हड़ही बाजार पहुंचा। मृतका को कार में बैठा लिया तथा कैथवलिया पहुंचकर अपने दोस्त विशाल भारती को भी फोन करके गाड़ी में बैठा लिया। फिर हम लोग वही गांव के बाहर ही मनोरमा नदी के किनारे मजार के पास एकांत जगह पर गये।
मजार पर ही विशाल रुक गया। मैने विशाल को कहा कि तुम यही रुककर देखते रहो अगर कोई आयेगा तो आवाज लगा देना। फिर मै मृतका से अकेले मे बात करने के लिए नदी के किनारे एक सरसो के खेत मे चला गया। वहां मृतका ने कहा कि तुम मुम्बई जा रहे हो मै भी चलुंगी। तुम शादी कर लो हम साथ मे मुम्बई चलेंगे। मैने मृतका को समझाया कि अभी तुम नाबालिक हो अगर मैं तुमसे शादी करुंगा तो तुम्हारे घर वाले मेरे खिलाफ मुकदमा लिखवा देंगे। वह जिद करने लगी यदि तुम मुझसे शादी करके साथ मे नही ले चले तो तुमको मुकदमे मे फसा दुंगी। इस पर मुझे गुस्सा आ गया और मैने हाथ से उसका गला दबा दिया। वह हाथ पैर मार रही थी। जब उसने हाथ पैर मारना बंद कर दिया मुझे लगा कि वह मर गयी तो मैने उसके दुपट्टे से उसका गला कसकर उसे घसीटते हुये नदी के पास ले गया और धक्का देकर मनोरमा नदी मे फेंक दिया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
अभियुक्त को गिरफ्तार करने में प्रभारी निरीक्षक पैकोलिया धर्मेन्द्र कुमार यादव, प्रभारी एसओजी टीम चन्द्रकांत पाण्डेय, प्रभारी सर्विलांस सेल एसआई शशिकांत, उ0नि0 अवध राज आदि का योगदान रहा।
Post a Comment
0 Comments