21 माह बाद भी कमिश्नर का आदेश बेअसर, भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे बीडीओ बनकटी
बनकटी, बस्ती (बीपी लहरी) ग्राम पंचायत में व्यापक फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार की जांच करने के मामले में जांच कमेटी को आवश्यक अभिलेख उपलब्ध कराने की बजाय बीडीओ ठेंगा दिखा रहे हैं। मामला बनकटी ब्लाक का है जहां भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा सिर चढ़कर बोल रहा है। ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत सूरापार निवासी राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने ग्राम पंचायत में प्रायोजित तरीके से किये गये करोड़ों के भ्रष्टाचार की शिकायत 11 सितम्बर 2023 को कमिश्नर से जनता दर्शन में शिकायत इन्डेक्स सं.154 पर किया है।
कमिश्नर के आदेश पर मंडलीय परीक्षक प्राविधिक सम्परीक्षा प्रकोष्ठ अंकुर वर्मा ने जांच करने के लिए सम्बन्धित अभिलेख की मांग 15 अक्टूबर 2024, एक अगस्त 2024,तथा 21 सितम्बर 2024 के अलावा 16 नवम्बर 2024 और 09 जनवरी 2025 को बीडीओ से किया है। लेकिन बीडीओ बेलगाम होकर आवश्यक अभिलेख देने की बजाय हीलाहवाली कर मामले के आरोपियों को बचाने के साथ साथ उनका हौसला बढ़ाने का हर सम्भव षड्यन्त्र कर रहे हैं। प्रबुद्ध जनों का इस मामले में कहना है कि विकास योजनाओं का फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ यदि जिम्मेदार कार्यवाही करें तो गुनहगार औकात में आ सकते हैं।
लेकिन दुर्भाग्यवश धन लोलुपता और जनप्रतिनिधियों के नाजायज दबाव से अधिकतर शिकायतों की लीपापोती कर फरियादियों का मनोबल तोड़ने के साथ गुनहगारों का मनोबल बढ़ाने का नाजायज षडयंत्र किया जा रहा है। यह भी सवाल उठ रहा है कि कमिश्नर जैसे उच्च अधिकारी से की गई शिकायत के लगभग 21 माह बीतने के बावजूद करोड़ों के फर्जीवाड़े की जांच में जब बीडीओ जैसे अधिकारी बाधक हैं तो शासन प्रशासन के भ्रष्टाचार रोकने का अभियान क्या सार्थक हो पायेगा ?. जांच में बाधक बनने वालों के विरुद्ध अब तक कमिश्नर जैसे उच्च अधिकारी ने कार्यवाही क्यों नहीं किया ?. यह एक गम्भीर प्रश्न है। इस मामले में खन्ड विकास अधिकारी बनकटी भवानी प्रसाद शुक्ल ने बताया कि सूरापार ग्राम पंचायत का तकनीकी सम्परीक्षा प्रकोष्ठ द्वारा जांच करने के लिए मांगा गया अभिलेख को एक दो दिन में उपलब्ध करा दिया जायेगा।
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