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बरेली में मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम की छापेमारी से हुआ खुलासा, भाजपा नेता कर रहा था बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा

बरेली में मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम की छापेमारी से हुआ खुलासा, भाजपा नेता कर रहा था बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा
यूपी डेस्कः
बरेली में मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम ने गुरुवार को सीबीगंज के महेशपुर गांव में एक सीएससी पर छापा मारकर फर्जी आधार, पैन, आयुष्मान कार्ड और अलग-अलग यूनिवर्सिटी की मार्कशीट बरामद किया है। डॉक्यूमेंट ऐसे हैं जो प्रथमदृष्टया देखने पर ओरिजिनल लगते हैं। इस सेंटर को भाजपा का सीबीगंज मीडिया प्रभारी मुकेश देवल चलाता था। 


मिलिट्री इंटेलिजेंस आने से सिर्फ 15 मिनट पहले वह अपनी कार में बैठकर भाग निकला। मिलिट्री इंटेलिजेंस की लखनऊ-बरेली यूनिट ने छापेमारी की। एसओजी प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह धामा अपनी टीम के साथ भी शामिल रहे। थाना सीबीगंज के निरीक्षक (अपराध) सुभाष कुमार, उप निरीक्षक रविंद्र सिंह और उप निरीक्षक निखिल कुमार, कॉन्स्टेबल इमरान और मान सिंह भी पहुंचे थे। उसकी तलाश की जा रही है। सेंटर पर जो रजिस्टर मिले, उनमें कई मार्कशीट, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड बनाने के बारे में लिखा था। टीम ने यह सब जब्त कर लिया है। 


भाजपा नेता देवल अपने घर के नीचे की दुकान में सेंटर चलाता था। बाहर बोर्ड पर लोकवाणी केंद्र लिखा था। टीम ने सेंटर के आसपास रहने वालों से पूछताछ की। सामने आया कि भाजपा नेता मुकेश देवल पिछले 5 सालों से सीएससी चला रहा था। अनुमान है कि भाजपा नेता अब तक हजारों फर्जी मार्कशीट, आधार कार्ड, पेन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस बना चुका है। टीम को सेंटर पर स्पेशल स्याही और बड़े-बड़े प्रिंटर मिले हैं। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने छापेमारी में सीबीगंज पुलिस को भी शामिल किया। पुलिस जांच में सामने आया है कि मुकेश ने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने की रेट लिस्ट भी फिक्स की हुई थी। 


वह 1 हजार रुपए में ड्राइविंग लाइसेंस, आयुष्मान और आधार कार्ड के लिए 1500 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक। मार्कशीट के लिए 5 से 10 हजार रुपए लेता था। सेंटर पर सरकारी मुहरें भी मिली हैं, जो वह डॉक्यूमेंट पर लगाकर देता था। यहां हाईटेक सॉफ्टवेयर और प्रिंटर की मदद से दस्तावेज तैयार किये जाते थे। सवाल है कि क्या फर्जी आधार कार्ड और पहचान पत्रों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों, फर्जी सिम कार्ड, बैंक खातों और सरकारी योजनाओं की धोखाधड़ी में हो रहा था। छापेमारी के दौरान दुकान से 2 लैपटॉप, 2 ईप्सन प्रिंटर, एक कोजेंट कंपनी का आई स्कैनर, एक लॉजिटेक वेब कैमरा, एक थम्ब स्कैनर, एक फिंगर प्रिंट मशीन, छह रबर स्टांप, दो एलआरआई शील्ड, एचपी कंपनी के दो माउस, 27 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड और नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे की एक फर्जी आईडी कॉपी बरामद हुई है। 

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