प्रेमी प्रेमिका को जान का खतरा, कहा जीने दो नहीं तो मर जायेंगे
बस्ती, 24 अगस्त। दिल्ली के करकरडूमा गांव से अपने प्रेंमी रंजीत संग बस्ती आई पूनम गुप्ता और उसके प्रेमी को जान का खतरा है। उनका कहना है कि साथ जीने नही दोगे से साथ मरते हुये देखोगे। दरअसल शाहजहांपुर की रहने वाली पूनम के माता पिता बचपन में ही मर गये थे। भाइयों ने उसकी शादी साल 2011 में बांदा के रहने राजवीर गुप्ता पुत्र चन्द्रपाल गुप्ता से कर दी।
राजवीर अपने परिवार के साथ दिल्ली के करकरडूमा गांव में रहकर सब्जी का व्यापार करता था। आरोप है कि वह शादी के बाद रोजाना पूनम को मारता पीटता था और तरह तरह से प्रताड़ित करता था। परिवार के लोग बीच बचाव करने की बजाय राजवीर की इन हरकतों का समर्थन करते थे। कई बार उसने मारपीट कर घर से निकाल दिया। पूनम और राजवीर से दो बच्चे जिसमे आदित्य 9 साल का है और अंशू 6 साल का। पूनम अंशू को साथ लेकर आई है। बड़ा बेटा राजवीर के साथ है। दोनो का कहना है कि राजवीर उनकी जान का दुश्मन बन गया है। उसे धमकियां दिलवा रहा है और मौका मिला तो कुछ भी कर सकता है।
पूनम का कहना है कि पति की हरकतो और रोज रोज की प्रताड़ना से परेशान थी। कोई मदद करने को नही तैयार था, हर कोई राजवीर का ही साथ देते थे। इसी दरम्यान दिल्ली मे पड़ोस में रह रहे सिद्धार्थनगर जिले के असनार गांव निवासी रंजीत चौरसिया के संपर्क में आ गई। रंजीत पतंजलि स्टोर में काम करता था। वह उसे चाहने लगा। दोनो की निकटता बढ़ी तो साथ जीने मरने की कसम खा लिया। रंजीत पूनम और उसके छोटे बेटे को लेकर अपने गांव आ गया और अब दोनो राजवीर की डर से दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। दोनो का कहना है उनके साथ कोई जोर जबरदस्ती न की जाये। उन्होने अपनी जिंदगी का फैसला अपनी मरजी से किया है। लोग साथ जीने नही देंगे तो हम एक साथ मर जायेंगे।
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